जम्मू: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस में विचारधारा का अभाव बताते हुए आज कहा कि जो पार्टी एक परिवार के हितों तक सीमित है, वह देश के हित में काम नहीं कर सकती। शाह ने वंशवाद के शासन पर हमला बोलते हुए अपना उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि जब 1982 में वह पार्टी से जुड़े तो उस समय उनकी कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं थी, लेकिन आज वह पार्टी अध्यक्ष हैं। (EVM विवाद पर सर्वदलीय बैठक बुला सकता है निर्वाचन आयोग)
उन्होंने आज शाम यहां एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, जब मैं 1982 में पार्टी से जुड़ा तो मैं एक बूथ सदस्य था, और किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि के बिना मैं बूथ अध्यक्ष से पार्टी अध्यक्ष बन गया। यह पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र को दिखाता है।
शाह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पार्टी के पहली पीढ़ी के नेता थे और उनकी कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं थी। यह आंतरिक लोकतंत्र है। उन्होंने कहा कि क्या कोई मुझे बता सकता है कि मेरे बाद भाजपा अध्यक्ष कौन होगा? कोई नहीं बता सकता। लेकिन कोई भी यह आसानी से बता सकता है कि कांग्रेस में सोनिया गांधी के बाद अध्यक्ष कौन होगा?