नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने भाजपा विधायक संगीत सोम पर पलटवार किया है। आजम खान ने कहा कि देश में गुलामी की प्रतीक हर निशानी को मिटा दिया जाना चाहिए। आजम ने कहा कि राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, लाल किला ये सभी इमारतें गुलामी की प्रतीक हैं, इन्हें गिरा दिया जाना चाहिए। आजम खान ने यहां तक कहा कि अगर यूपी सरकार ताजमहल को तुड़वाने की पहल करती है, तो वह इसको अपना समर्थन देंगे।
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता संगीत सोम ने ताजमहल को भारतीय संस्कृति पर एक धब्बा बता दिया है। उन्होंने इतिहास को गलत तरीके से पेश करते हुए यह भी कहा कि 17वीं शताब्दी में संगमरमर की यह इमारत बनवाने वाले शाहजहां ने अपने पिता को जेल में डाल दिया था और वह देश से हिंदुओं का नामो निशान मिटा देना चाहता था।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के पर्यटन स्थलों की सूची से ताजमहल के नाम को हटाने के बाद सरधाना से विधायक संगीत सोम ने यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थलों की सूची से ताजमहल का नाम हटाने से काफी लोग निराश हैं। हम किस इतिहास की बात कर रहे हैं। किसका इतिहास?" उन्होंने कहा, "ताजमहल (शाहजहां) का निर्माण कराने वाले ने अपने पिता को कैद कर दिया था। वह भारत से सभी हिंदुओं को मिटा देना चाहता था। अगर ऐसे लोग हमारे इतिहास का हिस्सा हैं, तो यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।"
सोम वायरल हो रहे एक वीडियो में प्रत्यक्ष तौर पर एक जनसभा को संबोधित करते नजर आ रहे हैं। हालांकि यह वीडियो कब का है, यह स्पष्ट नहीं है। वह वीडियो में वह कह रहे हैं, "मैं आपको सुनिश्चित करता हूं कि हम इस इतिहास को बदल देंगे।" भाजपा नेता मेरठ में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
संगीत सोम ने इतिहास को गलत ढंग से बताते हुए कहा है कि मुगल सम्राट शाहजहां ने अपने पिता को कैद कर दिया था, जबकि वास्तव में शाहजहां के बेटे औरंगजेब ने अपने पिता को सत्ता से हटाकर आगरा के किले में कैद कर दिया था। विश्व के सात अजूबों में से एक ताज को शाहजहां ने अपनी प्रिय पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया था।