मुंबई: 206 करोड़ चिक्की घोटाले पर महाराष्ट्र की मंत्री पंकजा मुंडे ने अपने ऊपर लगे आरोपों का पहली बार दिया जवाब देते हुए कहा कि, जिस कॉन्ट्रैक्टर को टेंडर देने का आरोप लगा है वो कॉन्ट्रैक्टर कांग्रेस सरकार के वक्त से है। उन्होंने किसी का फेवर नहीं किया वो छुट्टी पर थीं तो उन पर आरोप लगा दिया गया।
उन्होंने यह भी कहा कि, खरीद को घोटाले का नाम दिया गया। पंकजा उस समय लंदन में थीं जब उन पर समेकित बाल विकास योजना के तहत विभिन्न वस्तुओं की खरीद के लिए 206 करोड़ रूपए के ठेके को मंजूरी देने का आरोप लगा था।
पूरे मामले पर पंकजा मुंडे की सफाई:
- मैंने मुख्यमंत्री को कहा है जो भी निर्णय लेना हो मैं तैयार हुं, चाहे जो जाँच हो उसके लिए तैयार हुं।
- जिस दिन जाँच में मेरे खिलाफ आरोप साबित हो जाएंगे तब मैं यह पद छोड़ दूंगी।
- पिछले 56 घंटो के स्टडी के बाद मैं यहाँ आई हुं।
- इस आरोप को लेकर देवेंद्र फडणवीस सरकार पर हमला बोलते हुए कांग्रेस ने भ्रष्टाचार निरोधी ब्यूरो (ACB) से संपर्क कर जांच की मांग की है।
- बाद में उनके समर्थक उनके सरकारी निवास ‘‘रायलस्टोन’’ पर भी एकत्र हुए।
- पंकजा से मुलाकात करने वालों में संसदीय कार्य मंत्री गिरीश बापट भी शामिल थे। उनके कल मीडिया को संबोधित करने की संभावना है।