नई दिल्ली: महाराष्ट्र सरकार की मंत्री पंकजा मुंडे नए विवाद में घिरती नज़र आ रही हैं। चिक्की घोटाले में फंसी पंकजा मुंडे पर नया आरोप लगा है कि बिना ई-टेंडरिंग के 5 करोड़ रुपए के बिस्किट के कॉन्ट्रैक्ट उनके डिपार्टमेंट ने दे दिए। यह कॉन्ट्रैक्ट पुणे की गोवर्धन आयुरफर्मा नाम की उस कंपनी को दिया गया जिसका लाइसेंस बहुत पहले एक्सपायर हो गया था। कॉन्ट्रैक्ट देते वक्त तक कंपनी ने लाइसेंस रिन्यू नहीं कराया था इसलिए विभाग ने पूरा स्टॉक जब्त कर लिया है।
क्या है पूरा मामला:
आंगनबाड़ी के महिला-बच्चों के लिए पौष्टिक बिस्किट बनाने का ठेका गोवर्धन आयुरफार्मा को देते वक्त नियमों की जमकर अनदेखी की गई। बिना लाइसेंस के बिस्किट बनाने वाली इस कंपनी पर FDA ने छापा डालकर सारा माल जब्त कर लिया है।
FDA के असिस्टेंट कमिश्नर ऋषिकांत केकरे ने कहा कि कंपनी का लाइसेंस रिन्यू नहीं हुआ था इसलिए विभाग ने पूरा स्टॉक जब्त कर लिया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले पंकजा का नाम 206 करोड़ रुपए के चिक्की घोटाले में सामने आया था।