मुंबई: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पूरी दुनिया में हर दरवाजा खटखटा रहे हैं और अपना मजाक उड़वाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। भारत की स्कॉर्पीन वर्ग की दूसरी पनडुब्बी INS खंडेरी को नौसेना में शामिल किए जाने के बाद रक्षा मंत्री ने मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड में कहा कि कुछ ऐसी ताकतें हैं जो भारत के तटीय क्षेत्र में मुंबई जैसे हमले दोबारा करना चाहती है लेकिन ‘हम ऐसा होने नहीं देंगे’।
‘INS खंडेरी के शामिल होने से ज्यादा मजबूत हुई नेवी’
राजनाथ ने कहा, ‘पाकिस्तान को यह समझने की जरूरत है कि भारतीय नौसेना INS खंडेरी के शामिल होने से पहले से ज्यादा मजबूत हुई है और सरकार सशस्त्र बलों को मजबूत तथा आधुनिक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।’ सिंह ने कहा कि क्षेत्र में शांति बाधित करने वाले लोगों के खिलाफ नौसेना कड़ी कार्रवाई करेगी। अमेरिका के ह्यूस्टन शहर में आयोजित ‘हाउडी, मोदी’ पर रक्षा मंत्री ने कहा, ‘इस कार्यक्रम ने विश्वशक्ति के रूप में उभरते हुए भारत को दिखाया। हमने देखा कि कैसे पीएम का स्वागत अमेरिका के शीर्ष नेताओं ने खचाखच भरे स्टेडियम में किया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी हमारी सरकार की क्षमता को माना।’
‘अपना मजाक उड़वा रहे हैं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री’
इमरान खान द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर और भारत पर आधे समय तक भाषण दिए जाने पर सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को समाप्त किया जाना एक प्रगतिशील कदम है। उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर में हमारे प्रगतिशील कदम को वैश्विक तौर पर समर्थन प्राप्त हो रहा है। पाकिस्तान के पीएम विश्व में हर दरवाजा खटखटा रहे हैं और अपना मजाक उड़वाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। पाकिस्तान को यह समझना चाहिए कि हम आज हमारी सरकार मजबूत इरादे और नौसेना INS खंडेरी को लेकर अपनी मजबूत क्षमता के साथ उन्हें बड़े झटके देने में सक्षम हैं।’
‘भारत को अपनी नौसेना पर गर्व है’
राजनाथ ने कहा कि भारत को अपनी नेवी पर गर्व है और कोई भी 1971 के युद्ध में नेवी द्वारा दिए गए अभूतपूर्व योगदान को नहीं भूल सकता है जब ऑपरेशन ट्राइडेंट और ऑपरेशन पाइथन ने पाकिस्तानी नेवी की कमर तोड़ दी थी। पनडुब्बी को शामिल किए जाने पर उन्होंने कहा, ‘यह बेहद गर्व की बात है कि भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है जो अपनी पनडुब्बी स्वयं बनाते हैं।’ स्कॉर्पीन वर्ग की पनडुब्बी में रडार से बच निकलने और अन्य युद्ध संबंधी क्षमताएं होती है। यह पानी के भीतर रहते या सतह पर रहते हुए टॉर्पिडो और ट्यूब से लॉन्च होने वाली जहाज रोधी मिसाइल से हमले कर सकती है। सबसे पहले स्कॉर्पीन वर्ग की पनडुब्बी INS कलवरी थी। इसे PM मोदी ने दिसंबर, 2017 में नौसेना को सौंपा था। (भाषा)