चंडीगढ़. पंजाब कांग्रेस में भयंकर विवाद जारी है। कांग्रेस के नेताओं का मानना है कि जो कुछ राज्य में हो रहा है वो सिर्फ कांग्रेस के लिए ही नहीं बल्कि पंजाब के बहुत हानिकारक है। कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि पंजाब में जो घटनाक्रम पिछले कुछ दिनों में घटा, वो दुर्भाग्यपूर्ण था। अगर पंजाब की अस्थिरता पर किसी को खुशी है तो वो पाकिस्तान को है। उनको लगता है कि पंजाब में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ती है तो उनको फिर अपने काले मंसूबों को अंजाम देने का एक और मौका मिलेगा।
'पंजाब पर खतरा मंडरा रहा है'
उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से पंजाब में किसान आंदोलन के कारण अस्थिरता थी, लोगों में NDA और भाजपा सरकार के खिलाफ गुस्सा है, लाखों किसान एक साल से सड़क पर बैठे हैं और पंजाब का सामाजिक ताना बाना तना हुआ है। ऐसी स्थिति में पंजाब में अगर राजनीतिक अस्थिरता होती है, पंजाब सरहद का सूबा है, अफगानिस्तान में जिस तरह से घटनाक्रम घटा है उसको संज्ञान में लें तो पंजाब के ऊपर बहुत बड़ा खतरा मंडरा रहा है।मनीष तिवारी पर साधा निशाना
मनीष तिवारी ने कहा, "जिस तरह से यह सारी स्थिति उजागर हुई है, इसके बहुत दूरगामी परिणाम भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा पर पड़ सकते हैं। मैं इस बात को सोचता हूं कि जब आशा कुमारी पंजाब की प्रभारी थी तो ऐसा उस समय क्यों नहीं हुआ। मुझे इस बात को कहने में कोई संकोच नहीं है कि जिन लोगों को जिम्मेदारी नहीं दी गई थी वो पंजाब की संवेदनशीलता है, पंजाब की जो संगीन स्थिति हैं क्योंकि पाकिस्तान की तरफ से वहां पर रोज घुसपैठ होती है, रोज हथियार भेजे जाते हैं, उस सबको ध्यान में रखते हुए पहली प्राथमिकता होनी चाहिए थी कि पंजाब की राजनीतिक स्थिरिता को किस तरह से बहाल रखा जाए। दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन लोगों को जिम्मेदारी दी गई थी, वो पंजाब को समझ नहीं पाए।"