नई दिल्ली: भाजपा ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा भारत में अल्पसंख्यकों के साथ व्यवहार को लेकर की गई टिप्पणी पर रविवार को निशाना साधा। भाजपा ने कहा कि जुल्म एवं आतंकवाद की जमीन पर खून की खेती करने वाले पाकिस्तान का अल्पसंख्यक अधिकार का ज्ञान देना ‘‘सौ चूहे खा के बिल्ली हज को चली’ जैसी बात है। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने संवाददाताओं से कहा कि 1947 में अस्तित्व में आने के बाद से ही पाकिस्तन अल्पसंख्यकों के संवैधानिक, लोकतांत्रिक एवं धार्मिक अधिकारों को बेदर्दी से कुचलने का गुनाहगार रहा है जिसको लेकर पूरे विश्व ने समय समय पर चिंता व्यक्त की है।
नकवी ने कहा कि वर्ष 1947 में पाकिस्तान के अस्तित्व में आने के बाद से हिन्दू, सिखों और ईसाइयों जैसे अल्पसंख्यकों की आबादी में भारी गिरावट आई है, क्योंकि इस्लामी कट्टरपंथियों ने सरकार के साथ मिलीभगत कर उन्हें निशाना बनाया है। उन्होंने कहा कि यही नहीं 1947 में वहां धार्मिक अल्पसंख्यकों की आबादी 23 प्रतिशत थी जो अब घटकर 2 से 2.5 प्रतिशत के इर्द गिर्द रह गई है। इसका कारण अल्पसंख्यकों पर जुल्म, अत्याचार और हिंसा है। नकवी ने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की हत्या की जाती है, उन्हें धर्म परिवर्तन करने या देश छोड़ने के लिए मजूबर किया जाता। वहीं भारत में वे विकसित हुए हैं और विकास में साझा हिस्सेदार हैं।
खान पर निशाना साधते हुए नकवी ने यूसुफ खान (दिलीप कुमार), आमिर खान, सलमान खान और शाहरुख खान जैसे कई भारतीय कलाकारों का हवाला देते हुए कहा कि भारत में कई पीढ़ियों ने उन्हें (कलाकारों को) सराहा है। नकवी ने कहा, ‘‘क्या इमरान एक भी ऐसे कलाकार का नाम बता सकते हैं जो अल्पसंख्यक समुदाय से हो और उनकी ऐसी ही लोकप्रियता हो जितनी इन (उपरिनिर्दिष्ट) कलाकारों की भारत में हैं।’’ उन्होंने कहा कि भारत में काबलियत के आधार पर अल्पसंख्यक समुदाय से लोग सर्वोच्च पदों पर रहे हैं और राष्ट्र निर्माण में योगदान दिया है ।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को कहा कि वह नरेंद्र मोदी सरकार को ‘‘दिखाएंगे’’ कि ‘‘अल्पसंख्यकों से कैसे व्यवहार करते हैं?’’ पाकिस्तानी प्रधानमंत्री खान का यह बयान बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह की भारत में भीड़ द्वारा की जाने वाली हिंसाओं पर की टिप्पणी को लेकर जारी विवाद के बीच आया है।
नकवी ने नसीरुद्दीन शाह की टिप्पणी पर कहा कि जिनकी टिप्पणियों में देश में भीड़ हिंसा पर चिंता व्यक्त की गई थी, उनके हवाले से इमरान खान ने शनिवार को कहा कि वह भारत सरकार को अल्पसंख्यकों के साथ व्यवहार करने का तरीका दिखाएंगे। नकवी ने कहा, ‘‘नसीरुद्दीन शाह को यह समझना चाहिए कि ऐसा बड़ा बयान जो कि तथ्यात्मक रूप से गलत है उससे काफी नुकसान हो सकता है और भारत विरोधी ताकते इसका देश के खिलाफ इस्तेमाल कर सकती हैं।
गौरतलब है कि गत गुरुवार को एक वीडियो सामने आया था जिसमें नसीरुद्दीन ने कहा, ‘‘कई इलाकों में हम देख रहे हैं कि एक पुलिस इंस्पेक्टर की मौत से ज्यादा एक गाय की मौत को अहमियत दी जा रही है। ऐसे माहौल में मुझे अपनी औलाद के बारे में सोचकर फिक्र होती है।’’