नई दिल्ली: लोकसभा में लाए गए ट्रिपल तलाक बिल (‘मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक-2018) पर बहस के दौरान एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने इस बिल का जमकर विरोध किया। लोकसभा में चर्चा के दौरान ओवैसी ने कहा कि समलैंगिक रिश्तों को अपराध की श्रेणी से हटाया गया, लेकिन ट्रिपल तलाक को अपराध की श्रेणी में रखा गया है जो कि बिल्कुल गलत है।
ओवैसी ने कहा कि एक मर्द कई महिलाओं के साथ संबंध बना सकता है। इसमें कोई अपराध नहीं है, लेकिन ट्रिपल तलाक को अपराध बनाया जा रहा है। सबरीमाला पर जब फैसला आता है तो विश्वास की बात आती है, क्या आपकी आस्था-आस्था है और मेरी आस्था आस्था नहीं है। उन्होंने कहा कि ट्रिपल तलाक क्या हमारी कल्चर और मान्यता का उल्लंघन नहीं है?
आज लोकसभा में ट्रिपल तलाक बिल पास हो गया। इसके समर्थन में 245 वोट पड़े। कांग्रेस ने सदन का वाकआउट किया। आपको बता दें कि सदन में मौजूद 256 सांसदों में से 245 सांसदों ने इस बिल के पक्ष में वोटिंग की जबकि 11 सदस्यों ने इसके खिलाफ मतदान किया। वहीं असदुद्दीन ओवैसी की तरफ से दिए गए तीन संशोधन प्रस्ताव भी गिर गए। कई अन्य संशोधन प्रस्तावों को भी मंजूर नहीं मिली।