नई दिल्ली. पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास किया। पीएम नरेंद्र मोदी के इस कार्यक्रम में शिरकत करने को लेकर AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने उनपर बड़ा हमला बोला। असदुद्दीन ओवैसी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भारत एक सेक्युलर मुल्क है, शिलान्यास कार्यक्रम में हिस्सा लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने जो प्रतिज्ञा की थी, उसका उल्लंघन किया है। उन्होंने संविधान के बुनियादी ढांचे 'सेक्युलरिज्म' (धर्मनिरपेक्षता) का उल्लंघन किया है। आज का दिन हिंदुत्व की कामयाबी का दिन है और सेक्युलरिज्म की शिकस्त का।
असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने आज कहा कि वो भावुक थे। मैं कहना चाहता हूं कि मैं भी उतना ही भावुक हूं क्योंकि मैं सह-अस्तित्व और नागरिकता की समानता में विश्वास करता हूं। श्रीमान प्रधानमंत्री, मैं भावुक हूं क्योंकि एक मस्जिद 450 साल से वहां खड़ी थी।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ‘श्री राम जन्मभूमि मंदिर’ का शिलान्यास करने के बाद कहा कि राम मंदिर राष्ट्रीय एकता और राष्ट्रीय भावना का प्रतीक है तथा इससे समूचे अयोध्या क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार स्वतंत्रता दिवस लाखों बलिदानों और स्वतंत्रता की भावना का प्रतीक है, उसी तरह राम मंदिर का निर्माण कई पीढ़ियों के अखंड तप, त्याग और संकल्प का प्रतीक है।
पीएम मोदी ने कहा कि यह मंदिर राष्ट्रीय एकता और राष्ट्रीय भावना का प्रतीक बनेगा तथा करोड़ों लोगों की सामूहिक शक्ति का भी प्रतीक बनेगा। यह आने वाली पीढ़ियों को आस्था और संकल्प की प्रेरणा देता रहेगा। इससे समूचे अयोध्या क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा। ‘श्री राम जन्मभूमि मंदिर’ का शिलान्यास करने के बाद प्रधानमंत्री ने एक समारोह को संबोधित किया और इसकी शुरुआत ‘‘सियावर रामचंद्र की जय’’ के उद्घोष से की। उन्होंने कहा कि यह उद्घोष सिर्फ राम की नगरी में ही नहीं, बल्कि इसकी गूंज पूरे विश्व में सुनाई दे रही है।