दिसपुरः असम की बीजेपी सरकार ने ओरांग नेशनल पार्क से राजीव गांधी का नाम हटा दिया है। अब इसे ओरांग टाइगर रिजर्व के नाम से जाना जाएगा। पहले इसका नाम पूर्व पीएम राजीव गांधी के नाम पर था। कुछ समय से कयास लगाए जा रहे थे कि हेमंत सरकार ऐसा कोई फैसला ले सकती है। हिमंत बिस्वा सरकार ने यह फैसला टी ट्राइब्स कम्युनिटी की तरफ से उठाई गई मांग के 48 घंटे के भीतर लिया है। इसका नाम बदलने के बाद राजनीति भी तेज हो गई है।
नाम बदलने के बाद कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने मौजूदा सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार आएगी तो बीजेपी सरकार के इस फैसले को रद्द करके फिर से ओरंग राष्ट्रीय उद्यान का नाम बदलकर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर रखा जाएगा। वहीं, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि ओरंग राष्ट्रीय उद्यान का नाम नहीं बदला गया है।
उन्होंने ट्वीट किया, "मैं साफ करना चाहता हूं-ओरंग राष्ट्रीय उद्यान का नाम नहीं बदला गया है। असम में किसी भी राष्ट्रीय उद्यान का नाम किसी व्यक्ति के नाम पर नहीं है। 2005 में, सरकार ने इस परिपाटी को तोड़ दिया और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम जोड़ा दिया। स्थानीय भावनाओं का सम्मान करते हुए मूल नाम बहाल किया गया।"
बता दें कि मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व में असम मंत्रिमंडल ने बुधवार को ओरंग राष्ट्रीय उद्यान से राजीव गांधी का नाम हटा दिया था। नाम हटाने के फैसले के बाद उन्होंने कहा था कि आदिवासियों और चाय जनजाति समुदायों की मांगों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है।
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