मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा में राज्यपाल चौधरी विद्यासागर राव के भाषण के अनुवाद में हुई गड़बड़ी के एक दिन बाद आज भी विधानसभा में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला जब ‘मराठी अभिमान गीत’ का आखिरी छंद नहीं बजा जिसे लेकर विपक्ष ने सरकार पर नाराजगी जाहिर की।
महाराष्ट्र सरकार हर साल 27 फरवरी को ‘मराठी भाषा गौरव दिन’ के तौर पर मनाती है। इसी दिन दिवंगत कवि वी वी शिरवाडकर की जयंती होती है। उन्हें कुसुमाग्रज के तौर पर भी जाना जाता है।
पहले से रिकॉर्ड किए गए गाने के आखिरी छंद में तकनीकी गड़बड़ी की वजह से गीत पूरा नहीं बज पाया। इसके बाद आनन-फानन में वहां मौजूद एक कलाकार माइक्रोफोन पर पहुंचा और उसने गीत को पूरा किया। इस गड़बड़ी से नाराज विपक्षी सदस्यों ने प्रदेश में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पर अनदेखी पर आरोप लगाया।
विधानसभा में नेता विपक्ष राधाकृष्ण विखे पाटिल ने कहा, ‘‘गीत में कुछ सात छंद हैं लेकिन सिर्फ शुरुआती छह छंद ही पेश किये गए। किसने आपको आखिरी छंद हटाने की इजाजत दी और किस अधिकार से?’’
कांग्रेस नेता ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह मराठी भाषा को लेकर प्रदेश सरकार का लापरवाही भरा और ढुलमुल रवैया है। सरकार ने कल राज्यपाल के भाषण के अनुवाद में यह पहले ही दिखा दिया था कि वह गंभीर नहीं है और आज उसने फिर मराठी लोगों का अपमान किया है।’’