हैदराबाद: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को तानाशाह बताने वाले विपक्षी दलों पर केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने आज पलटवार करते हुए कहा कि वे इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल के दिनों को पूरी तरह भूल गए हैं।
सूचना और प्रसारण मंत्री नायडू ने दावा किया कि विपक्षी दलों के ज्यादा से ज्यादा नेताओं के भ्रष्टाचार के कृत्यों में पकड़े जाने के बाद वे प्रधानमंत्री को तानाशाह बताने लगे हैं। विपक्ष के कुछ नेताओं द्वारा मोदी और आरएसएस पर देश में एक विचारधारा थोपने और प्रधानमंत्री द्वारा सभी निर्णय अकेले लेने के आरोप लगाने के बाद ये टिप्पणियां सामने आई हैं।
द्रमुक नेता एम. करूणानिधि के 94वें जन्मदिन समारोह में चेन्नई में नेताओं ने ये बयान दिए थे। नायडू ने दावा किया कि इस तरह की आलोचनाओं के स्तर और गुणवत्ता से उन दलों और देश के लोगों के बीच दुराव दिखता है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की लोगों के बीच बढ़ती लोकप्रियता और 2014 के बाद से भाजपा के हो रहे लगातार राजनीतिक विस्तार के कारण यह विपक्षी दलों की हताशा को दर्शाता है। नायडू ने संवाददाताओं से कहा, प्रधानमंत्री पर तानाशाह होने का आरोप लगाते हुए ये नेता पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल के दिनों को पूरी तरह भूल गए हैं। इंदिरा ही भारत और भारत ही इंदिरा...।
उन्होंने दावा किया कि संप्रग के 10 वर्षों के शासनकाल के दौरान प्रधानमंत्री पद की गरिमा और अधिकार का क्षरण हुआ और कांग्रेस के शासन काल में निजी और पारिवारिक हितों के लिए सत्ता का पूर्ण दुरूपयोग हुआ। उन्होंने कहा, लगता है कि कम्युनिस्ट कांग्रेस और अपने शासनकाल के स्याह दिनों को भूल गए हैं।