नयी दिल्ली: संसद के शुरु हुए बजट सत्र के पहले दिन, दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों की नारेबाजी को भाजपा ने निंदनीय बताते हुये कहा है कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में ऐसा आचरण किसी भी दल के सदस्य को शोभा नहीं देता।
भाजपा के प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य जीवीएल नरसिंह राव ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के बाद संसद भवन परिसर में संवाददाताओं को बताया, ‘‘विपक्ष के कुछ सदस्यों की नारेबाजी सुनाई दी थी, शायद वे कांग्रेस के सांसद थे। दूर से हम उन्हें पहचान नहीं सके, लेकिन यह किसी भी राजनीतिक दल के सदस्य को शोभा नहीं देता है।’’
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान किसी भी प्रकार की नारेबाजी करना या तख्तियां दिखाना संसदीय लोकतांत्रिक परंपराओं के विरूद्ध है। जिन राजनीतिक दलों के नेताओं ने ऐसा किया है उन दलों को जनता के समक्ष जवाब देना होगा।
राव ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति के अभिभाषण में बाधा उत्पन्न कर हम अपने ही लोकतंत्र का अपमान करते हैं। दो चार सदस्यों ने ऐसा किया था। मैं मानता हूं कि उन सदस्यों को खेद प्रकट करना चाहिये।’’
उल्लेखनीय है कि दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति ने अभिभाषण में संशोधित नागरिकता कानून और जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने को सरकार का ऐतिहासिक कदम बताया। कुछ सदस्यों ने नारेबाजी कर इस पर अपना विरोध प्रकट किया।