राजकोट: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज कहा कि गुजरात के लोगों ने राज्य में 22 साल के भाजपा के शासनकाल के दौरान उसके ‘झूठों’ को देखा है। उन्होंने विकास के गुजरात मॉडल को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी पर प्रहार करते हुए कहा कि इससे समाज के केवल शीर्ष एक प्रतिशत को फायदा हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के ‘अच्छे दिन’ के वादे कहीं नजर नहीं आए। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘22 साल लंबा समय होता है और यहां अब परिणाम हम सबके सामने है। भाजपा के गुजरात मॉडल से समाज के केवल शीर्ष एक प्रतिशत को फायदा हुआ।’’
सिंह ने दावा किया कि गुजरातियों ने झूठ को देखा है और भाजपा के गुजरात मॉडल को राज्य में हर चौराहे पर खुलेआम चुनौती दी गयी। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ अमीर कारोबारियों को छोड़कर हर समुदाय और वर्ग पिछले 22 साल में भाजपा द्वारा संचालित गुजरात मॉडल की असमानता और नाइंसाफी के खिलाफ अपनी आवाजें उठा रहा है।’’ पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि मानव विकास के कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में गुजरात पिछले 22 साल में पीछे चला गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हरेक सामाजिक सूचकांक पर यह हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु जैसे राज्यों के पीछे है।’’ साथ ही कहा कि अगर गुजरात में कांग्रेस की सरकार बनी तो यह बदल जाएगा। सिंह ने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी के पास गुजरात के लोगों के लिए एक दृष्टिकोण है।’’ सिंह ने नोटबंदी और जीएसटी के क्रियान्वयन पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा, ‘‘गुजरात के लोगों ने मोदीजी में जो भरोसा जताया था उसे उन्होंने तोड़ दिया।’’
कांग्रेस नेता ने यह भी मांग की कि केंद्र को नोटबंदी से संबंधित दस्तावेज और फाइलें जारी करना चाहिए। अयोध्या मसले पर सिंह ने टिप्पणी करने से मना करते हुए कहा कि उनके लिए मुद्दे पर चर्चा करना अनुचित होगा क्योंकि मामला अदालत में है। केंद्र की जम्मू कश्मीर नीति पर सिंह ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि सरकार को मुद्दे पर कुछ हासिल हुआ है या नहीं।