नयी दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने बुधवार को कांशीराम को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्घांजलि अर्पित की। इस दौरान बसपा प्रमुख ने उनके सपनों को साकार करने का संकल्प लिया। मायावती ने दिल्ली स्थित प्रेरणा केंद्र में कांशीराम को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि जातिवादी ताक़तों से मिल रही चुनौतियों का सामना सूझबूझ से करते हुए आगे बढ़ना होगा।
बसपा प्रमुख ने ट्विटर पर अपने संदेश में कहा, “बामसेफ, डीएस4 तथा बसपा आंदोलन के जन्मदाता एवं संस्थापक कांशीरामजी को आज उनकी पुण्यतिथि पर पार्टी की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि। उपेक्षितों के हक में उन्होंने कहा था कि वोट हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा।”
उन्होंने कहा, “दिल्ली के गुरुद्वारा रकाबगंज रोड पर स्थित प्रेरणा केंद्र में तथा लखनऊ के वीआईपी रोड में स्थापित कांशीराम स्मारक स्थल के आयोजनों में बहुजन नायक कांशीराम को पुष्पांजलि और श्रद्धा-सुमन अर्पित।”
मायावती ने कांशीराम के सपनों को साकार करने का संकल्प व्यक्त करते हुए कहा, “बाबा साहेब डॉ भीमराव आम्बेडकर के आत्म-सम्मान और स्वाभिमान के आंदोलन को समर्पित कांशीराम जानते थे कि जातिवादी और संकीर्ण ताकतें साम, दाम, दण्ड, भेद आदि हथकण्डों से बसपा आंदोलन को चुनौतियाँ देती रहेंगी। इसका सूझबूझ से मुकाबला करके आगे बढ़ना है, जिसका बेहतरीन उदाहरण उत्तर प्रदेश है।”
ज्ञात हो कि पिछड़े, दलितों और आदिवासियों को राजनीति में एक अहम स्थान दिलाने वाले कांशीराम डॉ. भीमराव आंबेडकर के बाद दलितों के सबसे बड़े नेता माने जाते हैं। बुधवार को उनकी 13वीं पुण्यतिथि है। 9 अक्टूबर 2006 को उनका निधन हुआ था।