श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि केंद्र सरकार ने पाकिस्तान दिवस के अवसर पर उसके उच्चायोग में आयोजित कार्यक्रम का बहिष्कार करने का निर्णय आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर लिया।
विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा था कि भारत ने पाकिस्तान उच्चायोग में पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है क्योंकि जम्मू-कश्मीर के कई अलगाववादियों को इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया।
पीडीपी अध्यक्ष मुफ्ती ने ट्वीट किया, ‘‘एक तरफ तो प्रधानमंत्री पाकिस्तान को उसके राष्ट्रीय दिवस की शुभकामनाएं देते हैं। वहीं दूसरी तरफ इस मौके पर पाकिस्तान उच्चायोग में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में आमंत्रित लोगों को पुलिस बाहर परेशान करती है।’’ मुफ्ती ने कहा कि यह पूरी रणनीति घरेलू राजनीति और चुनावी परिदृश्य के हिसाब से सोच समझ कर अपनाई है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि भाजपा नीत केंद्र सरकार को पाकिस्तान दिवस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में 2015 से लेकर 2018 तक अपने प्रतिनिधियों को भेजने में कोई आपत्ति नहीं हुई लेकिन इस साल चुनाव केा देखते हुए कार्यक्रम का बहिष्कार करने का फैसला किया गया। अब्दुल्ला ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान को शुभकामनाएं नहीं भेजते तो दिल्ली और इस्लामाबाद के रिश्ते को लेकर किसी संशय की स्थिति नहीं रहती।