नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि चुनाव आयोग ने हमारे विधायकों का पक्ष सुने बिना एकतरफा फैसला दिया है यह अलोकतांत्रिक है और हमारे विधायक इस मामले में राष्ट्रपति से मुलाकात कर उन्हें इस मामले से अवगत कराएंगे। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिसोदिया ने कहा कि चुनाव आयोग का ओपिनयन गैर संवैधानिक और अलोकतांत्रिक है। राष्ट्रपति जी को अवगत कराने के लिए हमने समय मांगा है। उनके संज्ञान में यह बात लाएंगे यह पूर्वाग्रह से युक्त है इसमें कोई सुनवाई नहीं की गई। किसी गवाह से बात नहीं दी गई है।
सिसोदिया ने कहा कि हमारे विधायकों का पक्ष नहीं सुना गया। हमारे विधायकों ने कोई लाभ नहीं लिया। सिसोदिया ने कहा कि किसी विधायक ने एक पैसे का लाभ नहीं लिया। सरकार मोहल्ला क्लिनिक समेत अन्य डेवलपमेंट के काम कर रही थी। विधायक अपना पैसा खर्च करके घूमते थे और सरकार के कामों में सहयोग करते थे। इन लोगों न कोई ऑफिस, न गाड़ी और न बंगला लिया न ही एक पैसे का लाभ लिया।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि तीन साल में ईमानदारी के काम से बेईमानों की दुकानें बंद हो गई है इसलिए यह लोग बौखलाए हुए हैं। हमारे विधायकों के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कराए। सीएम दफ्तर पर सीबीआई रेड कराई गई। हमारी चार सौ फाइलें दबाईं.। इनको कुछ हाथ नहीं लगा। मोहल्ला क्लिनिक, तीन साल में बिजली के दाम नहीं बढ़े, पानी का दाम आधा कर दिया, फ्लाईओवर बने। दरअसल बीजेपी को प्रॉब्लम हो रही है कि सरकार चौथे गियर में दौड़ने लगेगी तो मुश्किल होगी। अब सरकारी योजनाओं का लाभ घर-घर पर मिलेगा। राशन से लेकर हर सरकारी सुविधाएं घर-घर पहुंचेगी। कच्ची कॉलोनियों में पानी पहुंचाने का काम चल रहा है। अगर इस तरह से ये लोग गलत करते रहे तो अगले चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस की जमानत भी नहीं बचेगी.. हम हर चीज के लिए तैयार हैं।