भुवनेश्वर: ओडिशा में बीजद के वरिष्ठ नेता और राज्य सरकार के मंत्री रणेंद्र प्रताप स्वैन ने एक चुनावी सभा में यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया है कि स्थानीय भाजपा नेता के निधन के बाद बालासोर के लोगों को विकास को आगे ले जाने का अवसर मिला है। स्वैन ने यहां बीजद उम्मीदवार के लिए प्रचार करने के दौरान कहा, ‘‘बालासोर का विकास अपेक्षित स्तर तक नहीं पहुंच सका क्योंकि यहां के लोगों ने बीजद के खिलाफ मतदान किया था। अब, भगवान के जरिए उन्हें यह अवसर प्राप्त हुआ है और लोगों को इसका उपयोग करना चाहिए।’’
भाजपा ने खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता कल्याण मंत्री के ‘असंवेदनशील’ बयान की निंदा की है। हालांकि इस टिप्पणी पर स्वैन को अपनी पार्टी से भी समर्थन हासिल नहीं होने के बाद उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी को गलत तरीके से लिया गया और उनका इरादा किसी को भी चोट पहुंचाने का नहीं था। बालासोर में तीन नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होगा। यहां के भाजपा विधायक मदन मोहन दत्ता के निधन के बाद यहां चुनाव की जरूरत पड़ी है।
विधानसभा में विपक्ष के नेता पी के नाइक ने शनिवार को स्वैन के बयान को बालासोर के लोगों का अपमान करार दिया। भाजपा नेता ने कहा, ‘‘एक विधायक की मौत किसी मंत्री के लिए अवसर कैसे हो सकता है? उनका बयान असंवदेनशील और राजनीतिक की मर्यादा के अनुसार नहीं है। बालासोर के लोग इस तरह की टिप्पणियों का कड़ा जवाब देंगे।’’
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए शुक्रवार को स्वैन की टिप्पणी की निंदा की और इसे दुर्भाग्यपूर्ण और एक स्वस्थ लोकतंत्र के लिए बुरा करार दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति की अकाल मृत्यु अवसर नहीं हो सकता है।
वहीं दिवंगत विधायक के बेटे और भाजपा उम्मीदवार मानस रंजन दत्ता ने भी इस टिप्पणी पर निराशा जाहिर की। इस पर स्वैन ने कहा कि मानस उनके बेटे जैसे हैं और अगर भाजपा नेता (मानस) इससे आहत हुए हैं तो वह दुखी हैं।’’ दत्ता के अलावा तिरतोल के बीजद विधायक बी सी दास का भी निधन हाल ही में हो गया था और यहां भी तीन नवंबर को उपचुनाव कराया जाएगा।