भुवनेश्वर: ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेसी कार्यकर्ता प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और अन्य नेताओं की मौजूदगी में गुरुवार को आपम में ही भिड़ गए। कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस के OBC प्रकोष्ठ की प्रदेश परिषद की बैठक शुरू होने से पहले आपस में ही गुत्थमगुत्था हो गए। इस दौरान बैठक के लिए भुवनेश्वर में स्थित कांग्रेस भवन परिसर में बनाया गया एक मंच भी क्षतिग्रस्त हो गया। पार्टी नेताओं के एक समूह ने राज्य ओबीसी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष बिष्णु चरण बारिक पर तीर्थोल विधानसभा सीट के लिए हाल में हुए उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार के खिलाफ काम करने का आरोप लगाते हुए जोरदार विरोध किया और कथित तौर उनसे दुर्व्यवहार किया।
कांग्रेस के इन नेताओं ने आरोप लगाया कि बारिक ने ओबीसी प्रकोष्ठ का नेतृत्व करने के बावजूद तीर्थोल उपचुनाव में सत्तारूढ़ BJD उम्मीदवार के लिए काम किया जो चुनाव जीत गए। बारिक समर्थकों ने इसके जवाब में उक्त समूह का विरोध किया। बारिक और उनके परिवार के सदस्यों ने पिछले उपचुनाव के दौरान बीजद के लिए कथित रूप से प्रचार किया था। पार्टी कार्यकर्ताओं ने मांग की कि PCC अध्यक्ष को बारिक को तत्काल पार्टी से निकाल देना चाहिए। बारिक ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह दशकों से कांग्रेस से जुड़े हैं और वह पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त नहीं हुए हैं।
बारिक ने कहा, ‘मेरा BJD के साथ कोई राजनीतिक संबंध नहीं है। उस पार्टी का एक विधायक मेरे छोटे भाई का दोस्त है जो एक पारिवारिक मित्र के रूप में हमारे घर आता है।’ OPCC के अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने कहा कि घटना की जांच की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘ओडिशा कांग्रेस भवन में जो कुछ भी हुआ वह परेशान करने वाला और दुर्भाग्यपूर्ण है। पार्टी ने दोनों पक्षों के आरोपों को संज्ञान में लिया है। कांग्रेस अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करेगी क्योंकि वह सिद्धांतों और अखंडता का समर्थन करती है।’ पटनायक ने कहा कि राज्य OBC प्रकोष्ठ का अध्यक्ष अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) द्वारा नियुक्त किया गया है, प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) द्वारा नहीं। इसलिए, पार्टी घटना की गहन जांच के बाद निर्णय लेगी।