भुवनेश्वर: ओडिशा विधानसभा में शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक द्वारा आत्महत्या की धमकी दी। वहीं, कांग्रेस विधायक दल के नेता भी अध्यक्ष के आसन के पास जाकर धरने पर बैठ गए। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीजेपी विधायक के खुदकुशी कर लेने की धमकी और कांग्रेस विधायक दल के नेता के अध्यक्ष के आसन के समीप धरना पर बैठ जाने के बाद सदन की कार्यवाही भोजनावकाश के बाद के सत्र तक के लिए स्थगित कर दी गई।
‘आत्मदाह करने से भी नहीं हिचकूंगा’
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये दोनों विधायक राज्य की विभिन्न मंडियों में किसानों से धान की तत्काल खरीद की मांग कर रहे थे। यह मुद्दा प्रश्नकाल में तब उठा जब देवगढ़ से भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुभाषचंद्र पाणिग्रही ने घोषणा की कि केंद्रीकृत टोकन प्रणाली के लागू होने के बाद मंडियों में अपना धान नहीं बेच पाए किसानों की परेशानियों को लेकर वे आत्मदाह से भी नहीं हिचकेंगे। पाणिग्रही ने कहा, ‘जब तक धान की फसल बिक्री के लिए तैयार होती है, तब तक टोकन की अवधि खत्म हो चुकी होती है, इससे किसानों को बहुत परेशानी हो रही है। इसके चलते किसान आंदोलनरत हैं और सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।’
धरने पर बैठ गए नरसिंह मिश्रा
पाणिग्रही ने कहा, ‘मेरे निर्वाचन क्षेत्र के किसान खुदकुशी की धमकी दे रहे हैं क्योंकि वे अपना धान नहीं बेच पा रहे हैं। इसलिए, जब किसान आत्मदाह के लिए तैयार हैं, तो उनके प्रतिनिधि के पास धान की खरीद में असमर्थता के खिलाफ सरकार के विरोध के लिए वही प्रक्रिया अपनाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।’ वहीं, प्रश्नकाल शुरू होने पर कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्रा धरने पर बैठ गए। मिश्रा ने कहा, ‘हम सरकार से साफ जवाब चाहते हैं। अध्यक्ष को एक सर्वदलीय बैठक बुलाने और मुद्दे को तुरंत हल करने दें।’ व्यवधान के बीच सदन नहीं चला पाने पर विधानसभा अध्यक्ष एस. एन. पात्रो ने 4 बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी।