नई दिल्ली: BJP अध्यक्ष अमित शाह ने आज (29 जनवरी) ओडिशा के कटक जिले में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। वहीं, दूसरी ओर इसके बाद उन्होंने पश्चिम बंगाल के पुरबा मेदिनीपुर में जनसभा को संबोधित किया। दोनों ही जगहों पर अमित शाह अपने विपक्षियों पर बरसते हुए नजर आए। कटक में BJP कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ‘केंद्र से काफी पैसा मिलने के बावजूद ओडिशा नवीन पटनायक सरकार की अक्षमता और निष्क्रियता के चलते पिछड़ा हुआ है।’
शाह ने कहा कि ‘भाजपा केंद्र की सत्ता में बनी रहेगी, क्योंकि नरेंद्र मोदी सरकार ने गरीबों और अनुसूचित जाति (एससी) एवं अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदाय के लोगों के कल्याण और विकास के लिए गंभीरता से काम किए हैं।’ उन्होंने कहा कि ‘विपक्षी दलों का महागठबंधन नेता और नीति विहीन है।’ शाह ने पूछा कि ‘वे लोग एक मजबूत सरकार कैसे बना सकते हैं?’
वहीं, कटक में BJP कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के बाद अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के पुरबा मेदिनीपुर का रुख किया। यहां उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि “भाजपा के कार्यकर्ता रथ यात्रा लेकर बंगाल के घर-घर तक संपर्क करना चाहते थे। लेकिन, बंगाल की सरकार ने हमें बंगाल की जनता से मिलने नहीं दिया। भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता बंगाल की जनता के घर-घर जाकर लोकतंत्र की स्थापना करने का काम करेगा ।”
शाह ने कहा कि “कोई भी क्षेत्र तब तक समृद्ध नहीं होता है जब तक वहां लोकतंत्र की जड़ें मजबूत नहीं होती।” उन्होंने कहा कि “हम ममता दीदी की सरकार द्वारा राज्य में फैलाई जा रही अराजकता का विरोध करते हैं तो हमारे कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी जाती है।” अमित शाह ने आरोप लगाया कि “बंगाल की सरकार ने राज्य के विकास के लिए उद्योग लगाने के बजाय हर जिले में बम बनाने की फैक्ट्री लगाने का काम किया है।”
जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने सिर्फ ममता बनर्जी की सरकार पर ही नहीं बल्कि दूसरे विरोधियों पर भी जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि “बंगाल में जब कांग्रेस थी तो राज्य में गरीबी की शुरुआत हुई, कम्युनिस्ट आये तो हिंसा की शुरुआत हुई और ममता दीदी ने गरीबी और हिंसा के साथ-साथ सिंडिकेट भी चालू कर दिया है।”