नई दिल्ली: बीजेपी ने साफ़ कर दिया है कि राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को नहीं हटाया जाएगा। 'ललितगेट' मामले में वसुंधरा और उनके बेटे दुष्यंत सिंह पर उठ रहे सवालों के बीच बीजीपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि राजे के खिलाफ किसी भी तरह के सबूत नहीं हैं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने कहा, 'दुष्यंत सिंह की कंपनियों में किसी प्रकार की गड़बडिय़ां नहीं हैं।
कंपनियों के शेयर कैपिटल गेन पूरी तरह से इनकम टैक्स विभाग को दिखा दिए गए हैं ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ियां हों तो वह जांच कर ले, लेकिन वहां से किसी प्रकार की ऐसी बात सामने नहीं आई है।
उन्हें हटाने का कोई सवाल ही खड़ा नहीं होता।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विधायक अशोक परनामी और संसदीय कार्यमंत्री राजेंद्र राठौड़ ने पार्टी प्रदेश मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि आरोप लगाने वाले पहले खुद अपने गिरबां में झांककर देखें।
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सांसद पुत्र दुष्यंत सिंह की कंपनी ने किसी दूसरी निजी कंपनी से जो भी लेन देन किये है, जो विधिमान्य है। इन लेनदेन का जिक्र बैलेंसशीट में दर्शाया गया है।
इस मामले पर ललित मोदी ने दावा किया है कि 2010 में तत्कालीन वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने उनके खिलाफ ईडी को जांच करने के लिए कहा था। उऩ्होंने 11 अप्रैल, 2010 को आईपीएल फ्रेंचाइजी सुनंदा पुष्कर के पास 25 फीसदी शेयर होने के बारे में ट्वीट किया।
ललित मोदी ने कहा, ''इसके कारण भारतीय राजनीति में भूचाल आ गया। इसी के बाद भारतीय वित्तीय एजेंसियां मेरे खिलाफ जांच में जुट गईं, जिसकी जानकारी मुझे मेरे अटॉर्नी से मिली।