नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज कहा कि 2022 तक किसानों की आय दोगुना करना तब तक संभव नहीं है जब तक कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर 12 प्रतिशत तक नहीं पहुंच जाती। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘राजकोषीय घाटे में वृद्धि हुई है।’’
इससे पहले, सिंह ने कहा था कि यह देखना होगा कि सरकार अपने वादों को कैसे पूरा करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं समझता कि मैं यह कह सकता हूं कि यह बजट चुनावों में फायदा हासिल करने की मंशा से पेश किया गया है, लेकिन मुझे इस बात की चिंता है कि वित्तीय अंकगणित में कुछ गड़बड़ है।
वहीं, वर्ष 2018-19 के आम बजट को कांग्रेस ने ‘बिल्कुल हार मान लेने वाला’ और ‘निराशाजनक’ बताया। वाम दलों ने कहा कि अर्थव्यवस्था से जुड़े मुख्य मुद्दों का समाधान नहीं हुआ और वादे अधूरे रह गए। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज केंद्रीय बजट को लेकर केंद्र सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि पिछले चार वर्षों में केवल वादे किए गए हैं और ‘‘शुक्र है’’ मोदी सरकार का केवल एक वर्ष बचा हुआ है।
राहुल ने ट्विटर पर लिखा कि राजग सरकार के चार वर्ष बीत गए लेकिन यह किसानों से उनके उत्पादों के बारे में उचित मूल्य के केवल वादे कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इस दौरान केवल तड़क-भड़क वाली योजनाओं के साथ आगे आई और देश के युवाओं को रोजगार मुहैया नहीं कराया।