जम्मू: जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उत्तर एवं दक्षिण कोरिया ने जिस तरह से ‘‘शांतिपूर्ण वार्ता’’ के रास्ते पर चलने का फैसला किया, वह पूरी दुनिया के लिए एक उत्साहजनक संकेत है कि जटिल मुद्दों का हल केवल शांतिपूर्ण वार्ता के जरिये ही हो सकता है। जम्मू जिले के अरनिया एवं आरएसपुरा सेक्टरों में सीमा पार से की गयी गोलीबारी से प्रभावित हुए लोगों से मिलीं महबूबा ने कहा कि राज्य के लोग पूर्व में बेहद मुश्किल समय से गुजरे हैं और शांतिपूर्ण तरीके से जीना चाहते हैं। मुख्यमंत्री शनिवार को आरएसपुरा सेक्टर के मंगू चाक क्षेत्र में हुई पाकिस्तान की गोलीबारी में मारे गए तरसेम लाल और मंजीत कौर के घर गयीं।
उन्होंने वहां लोगों से कहा कि रमजान के पाक महीने में सुरक्षा अभियानों पर रोक लगाने के केंद्र के फैसले से उन लोगों में उम्मीद जगी है जिन्होंने सभी हितधारकों से सकारात्मक जवाब की उम्मीद की थी। महबूबा ने कहा कि दुनिया भर के लोग मुद्दों के हल के लिए शांतिपूर्ण वार्ताओं का सहारा ले रहे हैं क्योंकि कटुता एवं हिंसा से कुछ नहीं मिलता।
उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर एवं दक्षिण कोरिया ने जिस तरह से शांतिपूर्ण वार्ता के रास्ते पर बढ़ने का फैसला किया, वह पूरी दुनिया के लिए एक उत्साहजनक संकेत है कि मुद्दे कितने भी जटिल क्यों ना हों, उनका शांतिपूर्ण वार्ता के जरिये ही हल किया जा सकता है क्योंकि हिंसा केवल मारती ही है।’’
मुख्यमंत्री ने सीमा पार से हुई गोलीबारी में मारे गए लोगों के परिवारों को एक - एक लाख रुपये की वित्तीय मदद दी। उन्होंने जम्मू संभागीय प्रशासन को सीमा पार से हुई गोलीबारी में घरों को पहुंची क्षति को लेकर एक रिपोर्ट तैयार करने का भी निर्देश दिया।