नयी दिल्ली: केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बुधवार को कहा कि संशोधित नागरिकता कानून से किसी मुस्लिम या किसी भी भारतीय नागरिक की नागरिकता पर कोई प्रश्नचिन्ह या खतरा नहीं है और इस विषय पर सभी को ‘दुष्प्रचार’ से सावधान रहना चाहिए। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग द्वारा आयोजित "अल्पसंख्यक दिवस" कार्यक्रम के दौरान नकवी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ हमें "दुष्प्रचार के दानवों" से होशियार रहना चाहिए। संशोधित नागरिकता कानून नागरिकता देने के लिए है, छीनने के लिए नहीं। हिंदुस्तान में अल्पसंख्यक तरक्की में बराबर के हिस्सेदार-भागीदार हैं। हम सभी को एनआरसी और संशोधित नागरिकता बिल को जोड़ कर देश को गुमराह करने के षड्यंत्र को परास्त करना है।’’
नकवी ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम "अमानवीय अपमान" को "मानवीय सम्मान" दिलाने की भावना से भरपूर है और यह "अमानवीय अन्याय" से पीड़ितों को "मानवीय न्याय" दिलाने के संकल्प की अभिव्यक्ति है। इसे भारतीय नागरिकों की नागरिकता के साथ जोड़ना छल है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान अल्पसंख्यकों के लिए जन्नत साबित हुआ है जबकि पाकिस्तान अल्पसंख्यकों के लिए जहन्नुम बन गया है। बंटवारे के बाद हिंदुस्तान के बहुसंख्यकों ने पंथनिरपेक्षता का रास्ता चुना, वहीँ पाकिस्तान ने इस्लामी राष्ट्र का रास्ता चुना। हिंदुस्तान के बहुसंख्यक धर्मनिरपेक्षता एवं सहिष्णुता से ओतप्रोत हैं और यही भारत की "अनेकता में एकता" की ताकत है।
कुछ विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि झूठ के पैर नहीं होते, वह औंधे मुंह गिरता है। उन्होंने कहा कि जो लोग अमन को ‘अफवाह से अगवा’ करने की कोशिश कर रहे हैं वे नाकाम होंगे और अंतत: सत्य की ही जीत होगी । उन्होंने कहा कि जनतंत्र से परास्त लोग "गुंडातंत्र" के जरिये देश के सौहार्द और विश्वास के माहौल को नुकसान पहुंचाने की साजिश कर रहे हैं। हमें जनतंत्र और सौहार्द की ताकत से इसे परास्त करना होगा। नकवी ने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून से किसी मुस्लिम या किसी भी भारतीय नागरिक की नागरिकता पर कोई प्रश्नचिन्ह या खतरा नहीं है और इस विषय पर सभी को फैलाये जा रहे ‘दुष्प्रचार’ से सावधान रहना चाहिए ।
इस अवसर पर उन्होंने "हुनर हाट", "गरीब नवाज़ रोजगार योजना", सीखो और कमाओ, नई मंजिल, नई रौशनी आदि रोजगारपरक कौशल विकास योजनाओं के माध्यम से पिछले 5 वर्षों में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को उपलब्ध कराये गए रोजगार के मौके तथा शैक्षिक सशक्तिकरण की दिशा में उठाये गए कदमों का भी जिक्र किया । इस अवसर पर नकवी ने जम्मू-कश्मीर के सीमांत जिले राजौरी के एक सामान्य परिवार की बेटी इरमिम शमीम को पुरस्कृत किया ।