नई दिल्ली: हरियाणा और महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले न्यूज एजेंसी आईएएनएस और सी-वोटर ने लोगों के बीच सर्वेक्षण किया। इस सर्वेक्षण के मुताबिक, मतदाता मानते हैं प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी के करीब कोई भी नेता नहीं है। हरियाणा में किए गए सर्वेक्षण में 71.6 फीसदी लोगों ने कहा कि मोदी प्रधानमंत्री बनने के लिए सबसे अच्छे उम्मीदवार हैं, जबकि महाराष्ट्र में 65 फीसदी लोगों ने यही राय दी। मोदी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, उनके बेटे राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित अन्य सभी नेताओं से काफी आगे हैं।
जानें, राहुल, मनमोहन और सोनिया को कितना समर्थन
हरियाणा में केवल 7.6 फीसदी लोग और महाराष्ट्र में 8.5 फीसदी लोगों ने प्रधानमंत्री के रूप में राहुल गांधी का समर्थन किया। प्रधानमंत्री पद के लिए सोनिया गांधी को हरियाणा में केवल 0.9 फीसदी और महाराष्ट्र में 1.2 फीसदी लोगों का समर्थन मिला। हरियाणा में 16 सितंबर और 16 अक्टूबर के बीच कराए गए सर्वेक्षण में शामिल 6.3 फीसदी लोगों ने प्रधानमंत्री के लिए मनमोहन सिंह का समर्थन किया। वहीं महाराष्ट्र में यह आंकड़ा 5.2 फीसदी रहा। प्रधानमंत्री के लिए जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) सुप्रीमो और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हरियाणा में महज 0.4 फीसदी और महाराष्ट्र में 0.2 फीसदी वोट मिले।
काफी पीछे हैं ममता, मायावती, मुलायम और केजरीवाल
इस दिशा में हरियाणा के लोगों से देश के कुछ अन्य नेताओं के बारे में भी पूछा गया। समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता मुलायम सिंह यादव को 0.1 फीसदी, तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 0.3 फीसदी, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती को 2.7 फीसदी और आम आदमी पार्टी (आप) के नेता व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 2.2 फीसदी लोगों ने प्रधानमंत्री के तौर पर पसंद किया। महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता शरद पवार को प्रधानमंत्री पद के लिए 7.6 फीसदी लोगों ने समर्थन दिया। जबकि ममता बनर्जी को 0.3 फीसदी, मायावती को 0.9 फीसदी और केजरीवाल को 1.1 फीसदी लोग प्रधानमंत्री देखना चाहते हैं।
जानें, राजनाथ और गडकरी को कितनों ने दिया समर्थन
इस पद के लिए भाजपा नेताओं में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को 0.3 फीसदी और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को 0.1 फीसदी वोट मिला। सर्वेक्षण का एक अन्य पहलू यह था कि क्या 21 अक्टूबर को होने वाले इन दोनों राज्यों के विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनावों के परिणामों से प्रभावित होंगे? सर्वेक्षण में कहा गया है कि हरियाणा में 64.7 जबकि महाराष्ट्र में 64.4 फीसदी लोगों ने इस प्रश्न के लिए 'हां' कहा। इस सर्वेक्षण के लिए हरियाणा के 10,061 जबकि महाराष्ट्र के 19,489 लोगों से राय ली गई।