नई दिल्ली: कांग्रेस शासित मिजोरम में सोमवार को कहीं भी ‘भारत बंद’ का असर नजर नहीं आया और दुकानें, कार्यालय तथा शैक्षणिक संस्थान खुले रहे। पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस ने राष्ट्रव्यापी बंद बुलाया था। इसका 21 राजनीतिक दलों ने समर्थन किया था। लेकिन मिजोरम प्रदेश कांग्रेस समिति (एमपीसीसी) और विपक्षी दल, कोई भी इसमें शामिल नहीं हुआ।
एमपीसीसी के उपाध्यक्ष तथा राज्य के गृह मंत्री आर लालजिरलांगा ने बताया कि राज्य में ‘भारत बंद’ में शामिल होने के बारे में चर्चा नहीं हुई, न ही इस मुद्दे पर किसी बैठक का आयोजन किया गया। हालांकि राज्य की राजधानी में दोपहर के वक्त वनापा हॉल के सामने सांकेतिक धरना दिया गया।
गुजरात में कांग्रेस के भारत बंद का रहा मिला-जुला असर, 300 लोग हिरासत में लिए गए
पेट्रोलियम उत्पादों की आसमान छूती कीमतों के विरोध में कांग्रेस के ‘भारत बंद’ का गुजरात में मिला-जुला असर रहा। कांग्रेस ने बंद को सफल बताया जबकि पुलिस ने दावा किया कि इसका कोई खास असर नहीं रहा। पुलिस ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अमित चावड़ा और गुजरात के प्रभारी राजीव सतव समेत राज्यभर से कांग्रेस के करीब 300 पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया।
अहमदाबाद, राजकोट, मेहसाणा में स्कूल बंद रहे। कुछ हिस्सों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा पेट्रोल पंप जबरन बंद कराने की भी खबरें हैं। प्रवेश कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोशी ने बंद को सफल बताया।
गुजरात पुलिस नियंत्रण कक्ष के मुताबिक बंद का आम दिनचर्या पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा और दोपहर में कोई अप्रिय घटना नहीं घटी।