नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को लोकसभा में विपक्षी दलों पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस जनता से कट गई है और जो दल कांग्रेस के साथ हैं वे भी डूबने वाले हैं। मोदी लोकसभा में सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान परिचर्चा में हिस्सा लेते हुए विपक्ष के सवालों का जवाब दे रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र में 30 साल के बाद पूर्ण बहुमत की सरकार बनी है, लेकिन विपक्ष में शामिल दल सरकार के खिलाफ बहुमत जुटाने में विफल होने को लेकर आश्वस्त होने के बावजूद सरकार गिराने की कोशिश में जुटे हैं।
मोदी ने शायरी के जरिए विपक्ष पर निशाना साधा और कहा- "मांझी ना रहबर ना कह में हवाएं .. है कश्ती भर जर्जर ये कैसा है सफर।"उन्होंने कहा, "मेरे बारे में कहा गया कि प्रधानमंत्री को संसद में बोलने दिया जाए तो वह 15 मिनट भी नहीं बोल पाएंगे लेकिन मैं खड़ा भी हूं और चार साल के अपने काम के बल पर अड़ा भी हूं।"मोदी ने कहा कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री की कुर्सी हथियाने की जल्दी है, इसलिए विपक्ष द्वारा यह प्रस्ताव लाया गया है। उन्होंने कहा, "भाजपा को जनता का समर्थन प्राप्त है। सरकार को बहुमत मिला है, लेकिन विपक्ष इस बात को नहीं समझ रहा है और अपने स्वार्थ के लिए देश पर विश्वास नहीं कर रहा है। सरकार को देश के 125 करोड़ लोगों का आशीर्वाद मिला है।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "मोदी को हटाने कोशिश में वे सब एकजुट हुए हैं जो एक दूसरे को देखना भी पसंद नहीं करते थे।"मोदी ने अपने भाषण में सरकार के काम-काज का जिक्र किया और कहा, "हमारी सरकार देश के किसानों की आमदनी 2022 तक दोगुना करने के लिए काम कर रही है और इस दिशा में कई कदम उठाए गए हैं। देशभर में 15 करोड़ किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिया गया है, लेकिन विपक्ष को इस पर भी विश्वास नहीं हो रहा है। हमारी सरकार ने यूरिया की कमी नहीं होने दी लेकिन इस पर भी विपक्ष को विश्वास नहीं है। जनधन योजना के तहत 32 करोड़ बैंक खाते खोले गए और उज्जवला योजना के तहत 4.5 करोड़ गरीब महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया गया।" मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस जनता से कट गई है और जो दल कांग्रेस के साथ हैं वे भी डूबने वाले हैं।
पीएम के भाषण के बाद अविश्विास प्रस्ताव पर वोटिंग क गई जिसमें रात 11 बजे मत विभाजन के बाद गिर गया। मतदान में प्रस्ताव के पक्ष में 126 मत पड़े, जबकि विरोध में 325 मत पड़े। इस तरह लोकसभा में बुधवार को लाया गया अविश्वास प्रस्ताव शुक्रवार को मतदान के बाद गिर गया। भाजपा के दो सांसद के. सी. पटेल और भोला सिंह बीमार थे लेकिन वे मतदान के लिए संसद पहुंचे। वहीं सांसद पप्पू यादव ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया और मतदान से पहले सदन से बहिर्गमन किया।