नई दिल्ली: शुक्रवार को लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एक नए ही अंदाज में नजर आए। उन्होंने राफेल से लेकर किसानों तक, जीएसटी से लेकर नोटबंदी तक तमाम मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश की। हालांकि अपने भाषण के बीच में वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर व्यक्तिगत आरोप लगाने लगे जिसके बाद संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि राहुल नोटिस के बिना किसी पर आरोप नहीं लगा सकते। इसके बाद राहुल ने फिर से बोलना किया लेकिन हंगामे के चलते लोकसभा 1 बजकर 45 मिनट तक के लिए स्थगित कर दी गई। आइए, जानते हैं राहुल के भाषण की 10 बड़ी बातों के बारे में:
1. रोजगार के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा
रोजगार के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘हिंदुस्तान के युवा ने प्रधानमंत्री जी पर भरोसा किया। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हर साल 2 करोड़ युवाओं को मैं रोजगार दूंगा, मगर सिर्फ 4 लाख युवाओं को रोजगार मिला। जहां भी जाते हैं रोजगार की बात करते हैं। कभी कहते हैं पकौड़े बनाओ। कभी कहते हैं दुकान खोलो।’
2. कालेधन पर राहुल ने कही ये बातें
काले धन पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि 8 बजे रात को काले धन के खिलाफ प्रधानमंत्री जी ने ऐक्शन लिया। राहुल ने कहा कि शायद सरकार को समझ नहीं थी कि किसान और मजदूर अपना काम कैश में करते हैं।
3. ‘हम चाहते थे कि एक GST हो’
GST के मुद्दे पर सरकार को घेरत हुए राहुल गांधी ने कहा कि हम चाहते थे कि पूरे देश में एक GST लागू हो, लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया। उन्होंने कहा कि हम पेट्रोल और डीजल को भी GST में शामिल करना चाहते थे।
4. ‘मोदी सरकार बिजनसमेन के साथ, किसान विरोधी’
मोदी सरकार पर कुछ बिजनसमेन के साथ होने का आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा कि मोदी जी की बात सिर्फ सूट-बूट बाले बिजनसमैन से होती है। उन्होंने कहा कि जो किसानों के दिल में है, जो गरीबों के दिल में है, वो प्रधानमंत्री तक नहीं पहुंचता। राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री जी कहते हैं कि बड़े उद्योगपतियों का कर्ज माफ होगा लेकिन किसानों का नहीं।
5. राफेल सौदे को लेकर भी बोला हमला
राफेल डील को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि राफेल हवाई जहाज का दाम 520 करोड़ रुपये प्रति हवाई जहाज था। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री जी फ्रांस गए, जादू से यह दाम 1600 करोड़ रुपये प्रति हवाई जहाज हो गया।’
6. ‘रक्षा मंत्री ने देश से झूठ बोला’
राहुल ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर हमला बोलते हुए कहा, ‘फ्रांस के राष्ट्रपति ने मुझे बताया कि दोनों देशों के बीच राफेल को लेकर कोई सीक्रेट डील नहीं है। राफेल डील को लेकर रक्षा मंत्री ने देश से झूठ बोला।’ इसके साथ ही राहुल ने सरकार से पूछा कि HAL से सौदा क्यों लिया गया, मोदी जवाब दें।
इस बीच संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने राहुल गांधी के भाषण के बीच में कहा कि नोटिस के बिना किसी पर आरोप नहीं लगा सकते।
7. ‘प्रधानमंत्री मेरी आंख में आंख नहीं डाल सकते’
राहुल गांधी ने मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मेरी आंख में आंख नहीं डाल सकते। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री अभी मेरी बात पर मुस्कुरा रहे थे लेकिन अब वह दूसरी तरफ देखने लगे। राहुल की इस बात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हंस पड़े।
8. विदेश नीति को लेकर भी बोला हमला
मोदी सरकार की विदेश नीति पर हमला बोलते हुए राहुल ने कहा, ‘प्रधानमंत्री जी ने चीन के राष्ट्रपति के साथ गुजरात में झूला झूला था। उसी बीच चीन के सैनिक भारत की सीमा में आ गए। प्रधानमंत्री जी ने हमारे सैनिकों को धोखा दिया।
9. ‘महिला सुरक्षा में सरकार नाकाम’
मोदी सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भारत की ऐसी छवि बन गई है कि वह अपने इतिहास में पहली बार महिलाओं की रक्षा नहीं कर पा रहा है।
10. दलित, अल्पसंख्यक और आदिवासियों पर भी बोले राहुल
राहुल गांधी ने सरकार पर दलितों, अल्पसंख्यकों और आदिवासियों की सुरक्षा में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘दलित, अल्पसंख्यक और आदिवासी मारे जा रहे हैं और प्रधानमंत्री के मुंह से एक शब्द नहीं निकल रहा। मंत्री जाकर उन पर (दोषियों पर) हार डालते हैं।’
संसद में नरेंद्र मोदी से गले मिले राहुल गांधी
इसी बीच संसद में अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी अचानक से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गले मिलने चले गए। मोदी से गले मिलने के पहले राहुल ने कहा, 'आप मुझे पप्पू और बहुत गालियां देकर बुला सकते हैं, लेकिन मेरे अंदर आपके लिए नफरत नहीं है।' इसके बाद वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास गए और गले मिले। वहीं, प्रधानमंत्री ने भी राहुल से हाथ मिलाते हुए उनके कान में कुछ कहा।
सुमित्रा महाजन ने राहुल को दी हिदायत
वहीं, लोकसभा की कार्यवाही जब कुछ देर के लिए स्थगित होने के बाद फिर से शुरू हुई तो सदन की अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने राहुल गांधी को हिदायत देते हुए कहा कि मैं मानती हूं कि यह अविश्वास प्रस्ताव है, लेकिन बिना सबूत के आरोप नहीं लगाने चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि आप आरोप लगाते हैं तो सामने वाले को भी बोलने का मौका दें। साथ ही उन्होंने राहुल गांधी से कहा कि बहस में सीधे आरोप न लगाएं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पर आरोप लगाते समय अभी कुछ आंकड़े दिए गए, लेकिन जिन आंकड़ों का कोई सबूत न हो उन्हें पेश नहीं करना चाहिए।