नई दिल्ली: लोकसभा में चार वर्षों में पहली बार अविश्वास प्रस्ताव का सामना कर रही नरेंद्र मोदी नीत राजग सरकार के खिलाफ विपक्ष ने आज जोरदार हमला बोला। विपक्ष ने फ्रांस के साथ हुई राफेल डील पर जोरदार बहस देखने को मिली। विपक्ष के अरोपों का जवाब देने स्वयं रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण सामने आई। आज सदन में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल सौदे को लेकर रक्षा मंत्री पर झूठ बोलने का आरोप लगाया था। जिसके जवाब में निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस की सरकार के समय फ्रांस के साथ हुए सीक्रेसी अग्रीमेंट्स की याद दिला दी। दरअसल राहुल ने अपने भाषण में आरोप लगाते हुए कहा था कि राफेल डील में उनकी सरकार ने 520 करोड़ रुपये प्रति प्लेन में डील की थी, पता नहीं क्या हुआ किससे बात हुई और पीएम फ्रांस गए और जादू से हवाई जहाज की कीमत 1600 करोड़ प्रति प्लेन हो गई।
इसके बाद उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री ने पहले कहा कि मैं देश को हवाई जहाज का दाम बताऊंगी उसके बाद रक्षा मंत्री ने साफ कह दिया कि मैं यह आंकड़ा नहीं दे सकती हूं क्योंकि फ्रांस और भारत की सरकार के बीच सीक्रेसी अग्रीमेंट है। इसके बाद राहुल के आरोपों का जवाब देने खड़ी हुई रक्षा मंत्री ने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार थी उस समय तत्कालीन रक्षा मंत्री एके एंटनी ने फ्रांस की सरकार के साथ सीक्रेसी अग्रीमेंट्स किया था। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस के अध्यक्ष जब फ्रेंच प्रेजिडेंट से मिले तो क्या बात हुई, नहीं पता।
रक्षा मंत्री ने आगे फ्रेंच प्रेजिडेंट द्वारा एक भारतीय मीडिया समूह को दिए इंटरव्यू का हवाला देते हुए कहा, 'सवाल का जवाब देते हुए फ्रांस के राष्ट्रपति ने साफ कहा था कि आपके साथ (भारत से) कॉमर्शल अग्रीमेंट्स हैं और आपके पास प्रतिद्वंद्वी भी हैं और ऐसे में हम आपको डील की डीटेल नहीं दे सकते हैं।' उन्होंने कहा कि 25 जनवरी 2008 को फ्रांस के साथ सीक्रेसी अग्रीमेंट कांग्रेस की ही सरकार ने किया था, हम तो इसे आगे बढ़ा रहे हैं। इस अग्रीमेंट में राफेल डील भी शामिल है।