नई दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सत्ता में वापसी के दावे का समर्थन करते हुए आम आदमी पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनावों में अपने प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला किया और बदले में कुमार ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की उसकी मांग को JDU के समर्थन का वादा किया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से यहां मुलाकात के बाद कुमार ने कहा कि लोगों ने आम आदमी पार्टी और केजरीवाल को वोट दिया है तथा उनके पास राष्ट्रीय राजधानी में कामकाज करने का अधिकार होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जदयू और समान विचारधारा वाले दल आप को संसद में पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग करने में मदद करेंगे। पार्टी प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि आप बिहार चुनावों में अपने प्रत्याशी नहीं उतारेगी और उन्होंने इसे धर्मनिरपेक्ष मतों को एकजुट रखने के लिए राजद और कांग्रेस के साथ पहले ही गठबंधन कर चुकी पार्टी के लिए बड़ा उत्साहवर्धन करार दिया।
कुमार ने संवाददताओं से कहा कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, वे लोग सोचते हैं कि कानून व्यवस्था से लेकर अपराध और पुलिस तक सरकार के नियंत्रण में है। दिल्ली में पुलिस राज्य सरकार के तहत नहीं आती।
उन्होंने कहा कि चूंकि सरकार लोगों के प्रति जवाबदेह है, इसलिए मुख्यमंत्री केजरीवाल के पास विभागीय सचिवों को चुनने की शक्ति होनी चाहिए। बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी संसद में यह मुद्दा उठाएगी और अन्य पार्टियों का समर्थन जुटाने की कोशिश करेगी।
राज्य पुलिस के कर्मियों को दिल्ली भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो में शामिल करने को लेकर भी नीतीश ने केजरीवाल का शुक्रिया अदा किया। बिहार चुनाव से पहले दोनों नेताओं के बीच बैठक मायने रखती है क्योंकि दोनों ही नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के धुर विरोधी हैं।
आप के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि पार्टी भाजपा के खिलाफ प्रचार करेगी और यदि जरूरत पड़ी तो अरविंद केजरीवाल भी इसके लिए उतर सकते हैं।