पटना: केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने आज दावा किया कि बिहार में महागठबंधन की सरकार के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजद प्रमुख लालू प्रसाद के भारी दबाव में थे। रूडी ने गठबंधन से अलग होने के नीतीश कुमार के कदम को स्वच्छ राजनीति की तरफ बड़ा कदम बताया। कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री रूडी ने विास जताया कि जदयू- भाजपा की नयी सरकार में बिहार में बदलाव आएगा। उन्होंने कहा, बिहार की आबादी 11 करोड़ है और नीतीश कुमार ने इन लोगों और राज्य के हित में यह गठबंधन किया है। गठबंधन काफी पहले हो जाना चाहिए था। इस निर्णय से बिहार में बड़ा बदलाव आएगा। (बीजेपी ने लगाया माकपा पर आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या का आरोप, आज करेगी प्रदेशव्यापी हड़ताल)
उल्लेखनीय है कि महागठबंधन में विवाद के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर महागठबंधन तोड़ने की घोषणा कर दी थी। इसके अगले दिन नीतीश ने भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के समर्थन से छठी बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शुक्रवार को बिहार में राजग की नई सरकार ने विधानसभा में बहुमत हासिल किया था। बिहार में छठी बार मुख्यमंत्री पद संभालने वाले नीतीश कुमार ने शनिवार को मंत्रिमंडल विस्तार करते हुए विभागों का बंटवारा कर दिया। उपमुख्यमंत्री बने सुशील कुमार मोदी को वित्त, वाणिज्य कर और वन विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कोटे से 11, जनता दल (यूनाइटेड) से 14 और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) से एक विधायक और विधान पार्षद को जगह दी गई है। लोजपा कोटे से मंत्री बने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस किसी सदन के सदस्य नहीं हैं।