पटना: जनता दल (युनाइटेड) के नेता नीतीश कुमार ने शुक्रवार को यहां ऐतिहासिक गांधी मैदान में बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। नीतीश ने पांचवीं बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है।
बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की भारी जीत के बाद उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया था। महागठबंधन में जनता दल (युनाइटेड), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस शामिल है।
नीतीश कुमार के साथ लालू प्रसाद यादव के बेटों तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव ने भी शपथ ली।
राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित एक भव्य समारोह में अपराह्न् 2 बजे नीतीश कुमार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
महागठबंधन में शामिल राजद और जनता दल (युनाइटेड) के 12-12 व कांग्रेस के चार मंत्रियों ने शपथ ली है। राजद कोटे से शपथ लेने वाले मंत्रियों में लालू प्रसाद के दोनों पुत्रों के अलावा वरिष्ठ राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी, आलोक मेहता, चंद्रिका राय, रामविचार राय, शिवचंद्र राम, डॉ़ अब्दुल गफूर, चंद्रशेखर, मुनेश्वर चौधरी, विजय प्रकाश और अनिता देवी शामिल हैं।
जद (यू) कोटे से बिजेन्द्र प्रसाद यादव, राजीव रंजन सिंह, श्रवण कुमार और जय कुमार सिंह को एक बार फिर मंत्री बनाया गया है। इसके अलावा कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, महेश्वर हजारी, शैलेष कुमार, कुमारी मंजू वर्मा, संतोष कुमार निराला, खुर्षीद उर्फ फिरोज अहमद, मदन सहनी और कपिलदेव कामत को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है।
कांग्रेस कोटे से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी, अब्दुल जलील मस्तान, अवधेश कुमार सिंह और डॉ़ मदन मोहन झा को मंत्री बनाया गया है।
शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री एच़ डी़ देवगौड़ा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, जद(यू) अध्यक्ष शरद यादव सहित कई राजनीतिक हस्तियां शामिल हुईं।
उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को 243 सदस्यीय सदन में 178 सीटें प्राप्त हुई थी। राजद को 80, जद (यू) को 71 और कांग्रेस को 27 सीटें मिली हैं।
नीतीश कुमार ने पांचवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री की कमान संभाली है। इससे पूर्व तीन मार्च, 2000 से 10 मार्च, 2000 तक, 24 नवंबर, 2005 से 24 नवंबर, 2010 तक, 26 नवंबर, 2010 से 19 मई, 2014 तक तथा 22 फरवरी, 2015 से अब तक वह बिहार की कमान संभाल चुके हैं।