पटना: बिहार में नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव के भ्रष्टाचार के मुद्दे पर इस्तीफा देने के अगले ही दिन भाजपा के साथ मिलकर नई सरकार बना ली है। नीतीश कुमार ने राजभवन पहुंचकर रिकॉर्ड छठी बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। नीतीश कुमार के तुरंत बाद ही सुशील मोदी ने बिहार के उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। बिहार के राजभवन स्थित राजेंद्र मंडप में आयोजित एक सादे समारोह में 10 बजे राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने नीतीश कुमार को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस समारोह में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के कई नेता शामिल हुए। नीतीश कुमार ने छठी बार बिहार की कमान संभाली है। नीतीश इसके पूर्व तीन मार्च 2000 से 10 मार्च 2000 तक, 24 नवंबर 2005 से 24 नवंबर 2010 तक, 26 नवंबर 2010 से 19 मई 2014 तक, 22 फरवरी 2015 से 19 नवंबर 2015 और 20 नवंबर 2015 से अब तक बिहार की कमान संभाल चुके हैं। ये भी पढ़ें: भाजपा से गठबंधन पर JDU में फूट, सांसद ने कहा- मेरा ज़मीर नीतीश के फैसले के ख़िलाफ़
नीतीश कुमार के तुरंत बाद ही सुशील मोदी ने बिहार के उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस नई सरकार में जेडीयू और बीजेपी के 13-13 मंत्री होंगे, जो नई सरकार द्वारा विश्वासमत हासिल कर लेने के बाद शपथ ग्रहण करेंगे।
नाराज नेताओं की शरद यादव के घर 5 बजे बैठक
शरद यादव ने इस पूरे घटनाक्रम पर मीडिया के सामने खुलकर नाराजगी जाहिर की। शरद यादव ने कहा, 'नीतीश कुमार ने सरकार बनाने का फैसला बहुत जल्दबाजी में लिया है। गठबंधन तोड़कर इतनी जल्दी भाजपा के समर्थन से सरकार बनाने के फैसले का मैं समर्थन नहीं करता हूं।' इस कड़ी में गुरुवार शाम पांच बजे शरद यादव के घर इन नाराज नेताओं की बैठक होने जा रही है।
लालू ने नीतीश पर जमकर निकाली भड़ास
तेजस्वी के पिता और आरजेडी मुखिया लालू प्रसाद यादव ने नीतीश पर जमकर भड़ास निकाली। लालू ने नीतीश को कोसते हुए कहा कि अब नीतीश का विनाश काल नजदीक आ गया है। नाराज लालू ने कहा कि बिहार की जनता नीतीश को सबक सिखाएगी।
राहुल गांधी ने नीतीश कुमार को बताया धोखेबाज
बिहार के सीएम बने नीतीश कुमार पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने जोरदार हमला बोला है। उन्होंने नीतीश कुमार को 'धोखेबाज' करार दिया है। वहीं नीतीश कुमार ने कहा कि राहुल गांधी के बयान पर कहा कि सही वक्त पर सही जबाब दूंगा।
वहीं, राजद नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश के शपथ लेने में जल्दबाजी पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब राज्यपाल ने उन्हें सुबह 11 बजे मिलने का वक्त दिया था तो फिर जदयू-भाजपा गठजोड़ को सुबह 10 बजे शपथ लेने के लिए आमंत्रित कैसे किया। तेजस्वी ने ट्वीट किया, राज्यपाल ने हमें सुबह 11 बजे का समय दिया और अब अचानक उन्होंने राजग को सुबह 10 बजे शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित कर दिया। इतनी जल्दबाजी क्या थी श्रीमान ईमानदार एवं नैतिक। तेजस्वी ने कहा, यदि नीतीश कुमार जी को अपने नैतिक मूल्यों और अपनी ईमानदारी पर गर्व है, तो वह सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए आधी रात में नहीं जाते। ईमानदार व्यक्ति को भय नहीं होता। ये भी पढ़ें: लालू कर रहे थे बीजेपी से डील, नीतीश ने पलट दी पूरी बाजी!
उन्होंने दावा किया कि जदयू के आधे विधायक उनके सम्पर्क में थे और इसी कारण कुमार सरकार बनाने का दावा करने के लिए आधी रात में ही राजभवन गए। इस बीच, नीतीश कुमार ने भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी और भाजपा के अन्य नेताओं के साथ राजभवन में राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी से मुलाकात की। राज्यपाल से मुलाकात के बाद सुशील कुमार मोदी ने संवाददाताओं को बताया कि गठबंधन को समर्थन करने वाले 132 विधायकों की एक सूची राज्यपाल को सौंपी गई। उन्होंने बताया कि राज्यपाल ने नीतीश को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है।
आरजेडी मना रही है विश्वासघात दिवस
वहीं महागठबंधन टूटने के बाद अब आरजेडी सड़क पर उतर गई है. रात में जहां तेजस्वी और उनके समर्थकों ने राजभवन तक विरोध मार्च किया और पटना में ऐतिहासिक महात्मा गांधी सेतु पर आरजेडी समर्थकों ने धरना दिया। पूरे बिहार में आरजेडी ने नीतीश के खिलाफ विश्वासघात दिवस मनाने का ऐलान किया है।
बिहार में भाजपा के समर्थन से सरकार बनाने के कारण शरद यादव नाराज़
सूत्रों ने दावा किया है कि बिहार में भाजपा के समर्थन से सरकार बनाने के कारण शरद यादव नाराज़ हैं। उनका मानना है कि महागठबंधन तोड़कर भाजपा के साथ सरकार बनाने का फ़ैसला नीतीश कुमार ने जल्दबाज़ी में लिया हैं इससे बिहार में ग़लत संदेश जायेगा।
'ना ना करते प्यार तुम्हीं से कर बैठे...'
केंद्रीय कैबिनेट में शामिल हो सकती है JDU
सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय कैबिनेट में भी जेडी(यू) शामिल हो सकती है। एनडीए के अगले कैबिनेट विस्तार में जेडी(यू) की तरफ से एक कैबिनेट मंत्री और एक राज्यमंत्री को शपथ दिलाई जा सकती है। सूत्रों के मुताबिक, जेडी(यू) कोटे के मंत्री के बारे में नीतीश फैसला लेंगे।