पटना: राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बुधवार को एक बार फिर से निशाना साधा। उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ रुख अपनाने में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की असमर्थता के कारण महागठबंधन छोड़ने के कुमार के बयान पर जमकर हमला किया। यादव ने ट्वीट किया, ‘भारतीय राजनीति में कोई भी नीतीश कुमार जी के मानकों से मेल नहीं खाता है। वह न केवल राजनीति, नैतिक या सामाजिक रूप से निंदनीय हैं, बल्कि नैतिक भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह हैं। आप उन्हें कभी अपनी गलतियों को स्वीकार करते हुए नहीं पाएंगे। वह अपनी गलतियों के लिए साझेदारों के साथ-साथ विरोधियों पर दोष मढ़ते हैं।’
कुमार के महागठबंधन से बाहर होने के बाद राष्ट्रीय जनता दल ने सत्ता खो दी थी। मंगलवार रात पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गांधी पर आरोप लगाया था कि जब यादव के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से उनकी राज्य सरकार जूझ रही थी तब कांग्रेस प्रमुख ने कोई स्टैंड नहीं लिया। उस वक्त तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री थे। कुमार ने आरोप लगाया था कि गांधी ने एक बयान तक जारी नहीं किया। अगर उन्होंने बयान जारी किया होता तो वह महागठबंधन को छोड़ने और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में फिर से शामिल होने के बारे में दूसरी बार सोचने पर मजबूर होते।
राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद के छोटे बेटे यादव ने कुमार को उनके इस दावे के लिए भी निशाने पर लिया जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा था कि प्रशांत किशोर को जेडीयू में शामिल करने के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने उनसे 2 बार कहा था। यादव ने पहले किए एक ट्वीट में कहा, ‘अंत: नीतीश कुमार मानते हैं कि जेडीयू भाजपा का उन्नत संस्करण है। वह संगठन में अपना पद छोड़कर सारे अहम पद श्री अमित शाह द्वारा चुने हुए लोगों को दे रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘उम्मीद है कि अब आप समझेंगे कि बिहार में क्यों भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या करना और राज्य प्रायोजित अपराध आम हो गए है।’