पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आखिरकार प्रधानमंत्री बनने की इच्छा खुलेआम जता ही दी। यह बात उन्होंने दानापुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहीं। नीतीश ने कहा, ‘भाजपा अध्यक्ष कहते हैं कि मुझे प्रधानमंत्री बनने की इच्छा थी इसलिए उनका साथ छोड़ा। वैसे तो हमने कभी प्रधानमंत्री बनने का जिक्र नहीं किया, लेकिन अगर बनना चाहा तो इसमें गलत है क्या?’
अब जहां बात प्रधानमंत्री की हो रही हो तो भला नीतीश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधना कैसे भूल सकते हैं। पीएम मोदी की बातों का जवाब देते हुए नीतीश ने कहा कि विशेष पैकेज का झांसा वह सबके सामने ला चुके हैं। इसके बावजूद पीएम हमें अहंकारी बताते हुए कहते हैं कि पैसा दिया तो वह लौटा देंगे। आगे उन्होंने कहा कि यह पैसा देने की बात आई कहां से, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का ही पत्र है कि यह पैसा केंद्र सरकार के मंत्रालय से ही खर्च होना है।
बता दें कि नीतीश कुमार ने ट्विटर पर भी दावा किया कि बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार तय है। उन्होंने लिखा कि बिहार में अपनी हार तय होते देख बीजेपी अभी से घबराई हुई है।