पटना: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तारिक अनवर ने आज कहा कि नीतीश की महागठबंधन में वापसी पर लोग विश्वास नहीं करेंगे क्योंकि वे अपनी राजनीतिक विश्वसनीयता खो चुके हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ी जेडीयू को करारी हार मिलने के बाद इस पार्टी ने 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में शामिल राजद और कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और सफलता हासिल की थी। लेकिन रेलवे में होटल के बदले भूखंड मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी पर आरोप लगने पर तेजस्वी द्वारा जनता के बीच सफाई नहीं देने के कारण गत वर्ष जेडीयू ने महागठबंधन से नाता तोड़कर भाजपा नीत राजग के साथ बिहार में नई सरकार बना ली थी।
पिछले साल महागठबंधन में शामिल राजद और कांग्रेस से नाता तोड़कर भाजपा नीत राजग में शामिल हुए जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश के अब भाजपा के असहज महसूस करने की चर्चाओं के बीच नीतीश के लालू को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछे जाने पर उनके महागठबंधन में वापसी को लेकर अटकलें लगाई जाने लगी थीं।
तारिक ने कहा कि नीतीश जी के महागठबंधन में शामिल होने को लेकर कोई भी फैसला होगा तो बिहार के भीतर महागठबंधन में राजद के सबसे बडे दल होने के नाते उसकी राय अहमियत रखती है और तेजस्वी ने जो बयान दिया है वह सोच समझकर दिया होगा। उन्होंने कहा कि नीतीश के महागठबंधन में वापसी को लेकर निर्णय सभी घटक दलों को विश्वास में लेकर ही किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि लोग नीतीश के महागठबंधन में वापसी पर विश्वास नहीं करेंगे क्योंकि महागठबंधन से निकलकर दूसरे गठबंधन में चले जाने से राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर उनकी छवि धूमिल हुई है तथा वे अपनी राजनीतिक विश्वसनीयता खो चुके हैं। तारिक ने केंद्र सरकार पर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने का वादा कर उससे मुकरने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसको लेकर उनकी पार्टी केंद्र पर दबाव बनाने के लिए आगामी अगस्त महीने के अंत में दिल्ली में धरना देगी।