नई दिल्ली: लोकसभा चुनावों में मिली प्रचंड जीत के बाद आज नरेंद्र मोदी ने दोबारा प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ ही पिछली सरकार में परिवहन-सड़क जैसा मंत्रालय संभालने वाले नितिन गडकरी भी बार फिर मंत्री बने हैं। नितिन गडकरी ने गुरुवार को नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में दूसरी बार कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। पिछली सरकार में वह केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री थे। नरेंद्र मोदी ने गंगा सफाई का जिम्मा भी नितिन गडकरी को दिया था, ऐसे में मोदी 2.0 में उनकी जिम्मेदारी बढ़ गई है।
नितिन गडकरी टाइम बाउंड तरीके से काम पूरा करने में मशहूर हैं। उन्होंने गंगा की सफाई में तेजी लाई और देशभर में सड़कों का जाल बिछाया। माना जाता है कि पिछली सरकार में गडकरी का काम सबसे ज्यादा पंसद किया गया था। गडकरी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। वह दूसरी बार नागपुर सीट से चुनकर आए हैं और संघ के करीबी नेता माने जाते हैं।
नितिन गडकरी संघ के चहेते मंत्री हैं। महाराष्ट्र के नागपुर जिले में 27 मई, 1957 को एक ब्राह्मण परिवार में उनका जन्म हुआ था। नितिन गडकरी का बचपन नागपुर की तुलसीबाग शाखा में लाठी भांजते हुए बीता है। यह संघ की सबसे पुरानी शाखा है और यहां संघ के बड़े-बड़े पदाधिकारी लगातार आते रहते हैं। संघ के करीबी होने के कारण ही नितिन गडकरी को 2009 में बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था।
मुंबई-पुणे हाई-वे का निर्माण तय समय में पूरा कर खासी सराहना बटोरने वाले नितिन गडकरी ने नरेंद्र मोदी सरकार के अपने कार्यकाल में इस विशेषता को बरकरार रखते हुए सड़क परिवहन और राजमार्ग, जहाज़रानी मंत्री के तौर पर कई परियोजनाएं समय पर पूरी कीं। किसी भी कार्य को बेहद व्यवस्थित तरीके से करने का लक्ष्य रख कर चलने वाले गडकरी ने राष्ट्रीय राजमार्गों के मरम्मत और चौड़ीकरण का काम बखूबी किया।
जलमार्ग पर खास ध्यान देते हुए गडकरी ने तमाम नदियों के हर संभव जलमार्ग को आपस में जोड़ने का काम शुरू किया। बनारस में सी-प्लेन और नदियों में क्रूज चलवाए। उनकी महत्वपूर्ण उपलब्धि नॉर्दन पेरीफेरल और वेस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे को समय पर पूरा करना रहा जिससे अन्य राज्यों से आने वाले भारी वाहनों के दबाव से राजधानी दिल्ली को मुक्ति मिल गई।
गडकरी की सबसे बड़ी खासियत रही कि उन्होंने अपने मंत्रालय के तहत शुरू की गई ज्यादातर परियोजनाओं को तय समय में पूरा किया। उनकी इस उपलब्धि का मोदी सरकार को लोकसभा चुनाव 2019 में काफी फायदा मिला। भाजपा ने लगातार जनता को बताया कि कैसे उन्होंने तमाम सड़के, फ्लाई-ओवर और सड़क मार्ग से जुड़ी अन्य परियोजनाओं को तय समय में पूरा किया। महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर अहम जिम्मेदारियां निभा चुके गडकरी राजनीति को पेशा नहीं बल्कि मिशन मानते हैं। महाराष्ट्र के लोकनिर्माण मंत्री के तौर पर विकास कार्यों में वह इस कदर रमे कि उन्हें मुंबई में ढेरों फ्लाईओवर बनाने के कारण ‘‘फ्लाईओवर मैन’’ कहा जाने लगा।
अपने शुरूआती दिनों में ही आरएसएस से प्रभावित गडकरी ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेता के तौर पर राजनीति में कदम रखा और बाद में भाजपा की युवा शाखा में शामिल हो गए। पेशे से वकील गडकरी जून 1975 में आपातकाल की घोषणा के बाद वकालत का पेशा छोड़ कर राष्ट्र निर्माण में जुट गए। 21वीं सदी को विकास एवं निर्माण की सदी मानने वाले गडकरी ने कृषि के क्षेत्र में जल प्रबंधन, सौर ऊर्जा और आधुनिकीकरण के प्रयोग से विदर्भ की काया पलट दी।