राष्ट्रीय जांच एजेंसी NIA ने कश्मीर में टेरर फंडिंग को लेकर कश्मीर में अलगाववादियों के 14 और दिल्ली में 7 ठिकानों पर छापेमारी की है। NIA ने पहले अलगाववादी नेताओं के साथ पूछताछ की थी। NIA ने एफआईआर भी दर्ज की है।
कश्मीर और दिल्ली में छापेमारी
जिन हुर्रियत नेताओं के यहां छापे मारे हैं उनमें नईम खान, बिट्टा कराटे, जावेद गाजी बाबा शामिल हैं। हवाला मामले और आतंकियों को होने वाले फंडिंग मामले में NIA की टीम दिल्ली के चांदनी चौक, बल्लीमारान सहित सात स्थानों छापेमारी कर रही है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के 14 स्थानों पर भी छापेमारी चल रही है। अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी पर भी NIA ने शिकंजा कस लिया है। उनके ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज की गई है।
ऐसे होती है फंडिंग
NIA ने आतंकी हाफिज़ सईद, हुर्रियत नेताओं और दुखतराने मिल्लत के ख़िलाफ़ भी एफआईआर दर्ज की है। जांच एजेंसियों के मुताबिक सबसे पहले पैसा पाकिस्तान से सऊदी अरब और फिर उसके बाद बांग्लादेश, श्रीलंका के हवाला ऑपरेटर के ज़रिए दिल्ली के हवाला ऑपरेटर के पास पहुंचाया जाता है। इसके बाद दिल्ली, हरियाणा के कुछ व्यापारियों की मदद से पैसा कश्मीर में अलगाववादियों तक पहुंचता है। NIA इन व्यापारियों की पहचान कर चुकी है और जल्द पाक फंडिंग के मामले में कई गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।
NIA के सामने अलगाववादी नेताओं का बड़ा ख़ुलासा
इससे पहले घाटी के अलगाववादी नेता फारूक अहमद डार उर्फ 'बिट्टा कराटे', जावेद अहमद बाबा उर्फ 'गाजी' और नईम खान ने NIA के सामने पूछताछ में बड़ा रहस्योद्घाटन किया था। सूत्रों के मुताबिक सैय्यद अली शाह गिलानी को नियमित रूप से पैसे मिलते थे। अलगाववादी नेता को पाकिस्तान से अलग-अलग चैनल से पैसे मिलते थे। हवाला और क्रॉस बॉर्डर ट्रेड से ख़ासतौर से पैसा मिलता था।