नई दिल्ली: मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) अरविंद सुब्रमण्यम के पद छोड़ने की घोषणा के बाद आरएसएस से जुड़े संगठन स्वदेशी जागरण मंच ने कहा है कि अब नया आर्थिक सलाहकार ऐसा शख्स होना चाहिए जिसका भारतीय मूल्यों और प्रकृति में विश्वास हो और जो एफडीआई पर ही केन्द्रित नहीं रहे। अरविंद सुब्रमण्यम के पद छोड़ने की घोषणा के बाद स्वदेशी जागरण मंच की तरफ से यह बयान आया है।
स्वदेशी जागरण मंच ने आरोप लगाया कि सुब्रमण्यम को देश की पर्याप्त समझ नहीं थी और उन्होंने किसानों की ‘‘अनदेखी’’ की। मंच के सह-संयोजक अश्वनी महाजन ने ‘पीटीआई - भाषा’ से कहा,‘‘सुब्रमण्यम को भारत की समुचित जानकारी नहीं थी। वह केवल एफडीआई पर ही केंद्रित रहे। उन्होंने हमारी अर्थव्यवस्था के सबसे महत्वपूर्ण पहलू- कृषि और किसान की अनदेखी की।’’
महाजन ने कहा, ‘‘नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया की तरह ही वह ‘वाशिंगटन सहमति’ की भाषा भी बोल रहे थे। उनका एजेंडा और उद्देश्य स्पष्ट नहीं था।’’ उन्होंने कहा,‘‘ हमें एक ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जिसका भारतीय संस्कृति, हमारे मूल्यों और हमारे लोगों में विश्वास हो । सरकार को इस तरह के एक व्यक्ति को नियुक्त करना चाहिए।’’
महाजन ने एक ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह किया कि वह यह देंखे कि अगला सीईए ऐसा होना चाहिए जिसका ‘‘भारत के किसानों, कर्मचारियों और उद्ममियों में विश्वास हो।’’ केन्द्रीय मंत्री अरुण जेटली ने एक फेसबुक पोस्ट में कल घोषणा की थी कि सुब्रमण्यम अपना पद छोड़ेंगे।
गौरतलब है कि सुब्रमण्यम को 16 अक्तूबर, 2014 में वित्त मंत्रालय में तीन वर्षों के लिए सीईए नियुक्त किया गया था। 2017 में उनका कार्यकाल एक वर्ष के लिए बढ़ा दिया गया था।