पटना: कांग्रेस छोड़कर जेडीयू में हाल ही में शामिल हुए अशोक चौधरी ने आज कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में इस प्रदेश में अगर अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा गया तो राजग को नुकसान होगा। चौधरी ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि यह प्रश्न कहां उठता है कि नीतीश को राजग के चेहरे के तौर पर बिहार में पेश किया जाए या नहीं, बल्कि हकीकत यह है कि राजग को उनका नेतृत्व स्वीकार करना पड़ेगा क्योंकि बिहार में गठबंधन में कोई ऐसा नेता नहीं जो कि उनकी तरह सभी को स्वीकार्य हो।
उन्होंने कहा कि अगर नीतीश जी को दूसरा स्थान दिया जाता है तो यह वैसा ही होगा कि अपने सबसे अच्छे बल्लेबाज को 12वें खिलाड़ी के स्थान पर रहने को कहा जाए और पारी की शुरूआत करने के लिए कम अनुभवी खिलाड़ी पर विश्वास किया जाए।
चौधरी ने कहा कि अगर नीतीश जी को बिहार में राजग के चेहरे के तौर पर नहीं पेश किया गया तो गठबंधन को नुकसान उठाना पड़ेगा और इसका अंदाजा हम पिछले बिहार विधानसभा चुनाव से लगा सकते हैं।
चौधरी की इस टिप्पणी पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने केवल इतना ही कहा कि अगला लोकसभा चुनाव नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा और इसको लेकर कोई विवाद नहीं।