नई दिल्ली: कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की, जिसके बाद उन्होंने अपना इस्तीफा वापस लेने और अध्यक्ष पद पर बने रहने का फैसला किया। राहुल गांधी के 12, तुगलक लेन स्थित आवास पर उनसे मुलाकात के बाद सिद्धू ने कहा कि सभी मुद्दों का समाधान निकाल लिया गया है। बैठक में कांग्रेस महासचिव और पंजाब प्रभारी हरीश रावत भी मौजूद थे। नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि, ''जो भी चिंताएं थी, वो मैंने राहुल गांधी से साझा कीं, सब कुछ सुलझा लिया गया है।''
सारे मुद्दों को हल कर लिया गया है- सिद्धू
सिद्धू ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने अपनी चिंताओं से राहुल गांधी जी को अवगत कराया। सारे मुद्दों को हल कर लिया गया है।’’ पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने बताया कि उन्होंने (नवजोत सिंह सिद्धू) राहुल गांधी से कहा कि वो प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में अपनी ड्यूटी शुरू कर रहे हैं, हमारे लिए इस्तीफ़े का मामला खत्म हो गया है। हरीश रावत ने कहा कि सिद्धू ने राहुल गांधी से कहा मैं पीसीसी चीफ के तौर पर अपनी ड्यूटी निभाता रहूंगा, हमारे लिए इस्तीफा मैटर नहीं करता।
रावत ने कहा कि सिद्धू ने अपना इस्तीफा वापस लेने और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का कामकाज फिर से संभालने का विश्वास दिलाया। उन्होंने कहा, ‘‘हमने सिद्धू जी से कहा है कि उनकी चिंताओं पर ध्यान दिया जाएगा।’’
बता दें कि, इससे एक दिन ही पहले ही सिद्धू ने कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल तथा हरीश रावत से मुलाकात की थी तथा उन मुद्दों से वरिष्ठ नेताओं को अवगत कराया, जिनको लेकर उन्होंने पिछले दिनों पद छोड़ा था।
उल्लेखनीय है कि सिद्धू ने 28 सितंबर को कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में सिद्धू ने कहा था कि वह पार्टी की सेवा करना जारी रखेंगे। उन्होंने पत्र में लिखा था, ‘‘किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व में गिरावट समझौते से शुरू होती है। मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के कल्याण के एजेंडे को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकता हूं।’’