चंडीगढ़. कांग्रेस पार्टी के नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू कई महीनों बाद कांग्रेस पार्टी के किसी कार्यक्रम में दिखाई दिए। नवजोत सिंह सिद्धू चंडीगढ़ में कांग्रेस पार्टी के द्वारा पंजाब राजभवन तक आयोजित किए गए प्रोटेस्ट मार्च में शामिल होने के लिए चंडीगढ़ पहुंचे थे। हालांकि इस दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने मीडिया से दूरी बनाई रखी, उन्होंने मीडिया के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया।
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सूत्रों की मानें तो वर्तमान में, बेशक सिद्धू सरकार का हिस्सा न हों और लंबे समय से उनकी कैप्टन के साथ बन न रही हो लेकिन आज सिद्धू का कांग्रेस के कार्यक्रम में दिखाई देना इस बात का संकेत है कि कांग्रेस का आला नेतृत्व एकबार फिर से 2022 चुनाव से पहले कैप्टन के साथ उनके सभी विवादों को खत्म कराना चाहती है। आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी छोड़कर कांग्रेस का दामन थामने के बाद से ही पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू में लगातार ही किसी न किसी बात को लेकर विवाद होता रहा है। सिद्धू इस वक्त पंजाब की अमरिंदर सिंह सरकार का हिस्सा नही हैं, उन्होंने जुलाई 2019 में पंजाब सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था
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उस समय कैप्टन अमरिंदर ने मई 2019 में सिद्धू पर स्थानीय सरकार विभाग को ‘‘सही तरीके से नहीं संभाल’’ पाने का आरोप लगाते हुए दावा किया था कि इसके कारण 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने शहरी इलाकों में ‘‘खराब प्रदर्शन’’ किया। मंत्रिमंडल में फेरबदल के दौरान सिद्धू से अहम विभाग ले लिए गए थे, जिसके बाद उन्होंने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था और वह कांग्रेस की सभी गतिविधियों से दूर हो गए थे।
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पिछले साल नवंबर में, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आला नेतृत्व के हस्तक्षेप के साथ सिद्धू को लंच पर बुलाया था लेकिन दोनें के बीच का गतिरोध खत्म नहीं हुआ था। पिछले महीने ही सिद्धू ने सोनिया गांधी और फिर कांग्रेस के पंजाब के इंचार्ज हरीश रावत से मुलाकात की थी, जिसके बाद अब हालात सुधरने के संकेत दिखाई दे रहे हैं। आपको बता दें कि आज कांग्रेस पार्टी ने अपने प्रोटेस्ट के जरिए राज्यपाल से मांग की है कि वो उन तीन बिलों को तुरंत ही पास कर के राष्ट्रपति के पास भेजें जो कि केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब विधानसभा में पास किए गए हैं।