अमृतसर: पंजाब मंत्रिमंडल में पदभार बदलने के बाद मंत्रीपद से इस्तीफा देने वाले नवजोत सिंह सिद्धू ने मंगलवार को अपने समर्थकों से मुलाकात की और कहा कि वह कांग्रेस में ही बने रहेंगे। सिद्धू ने अपने घर पर समर्थकों और नगर निकाय के स्थानीय पार्षदों से मुलाकात की।
सिद्धू के आवास पर मिलने वाले पार्षदों में से एक मोनिका शर्मा ने बताया, ‘‘बैठक में यह स्पष्ट हुआ कि उन्होंने (सिद्धू ने) पंजाब मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया है लेकिन वह पार्टी में बने हुए हैं। उन्होंने बैठक के दौरान सभी को पार्टी के लिए कड़ी मेहनत के लिए प्रोत्साहित किया।’’ स्थानीय नेताओं के मुताबिक बैठक में सिद्धू ने कहा कि उनकी मंशा भविष्य में भी कांग्रेस को छोड़ने की नहीं है।
सिद्धू पहले भाजपा में भी रह चुके हैं और वह 2017 में पंजाब विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के साथ सिद्धू के रिश्ते सहज नहीं है। छह जून को मंत्रिमंडल में हुए बदलाव में स्थानीय सरकार और पर्यटन मंत्रालय का उनका विभाग भी ले लिया गया था। उन्हें ऊर्जा प्रभार दिया गया था लेकिन उन्होंने कभी यह पदभार ग्रहण नहीं किया।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को सिद्धू का इस्तीफा स्वीकार कर लिया था। वहीं शर्मा ने बताया कि बैठक में सिद्धू ने कहा कि वह जमीनी हकीकत जानने के लिए रोजाना अपने क्षेत्र का दौरा करेंगे।