इस्लामाबाद: पाकिस्तान में इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान पूर्व क्रिकेटर और पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिद्धू के पाक आर्मी चीफ से गले मिलने पर छिड़े विवाद के बीच सिद्धू ने सफाई दी है। नवजोत सिद्धू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, मैं राजनेता नहीं बल्कि एक दोस्त की हैसियत से यहां आया हूं। जनरल साहब ने मुझे गले लगाया और कहा कि वह शांति चाहते हैं।'
मीडिया से बातचीत में सिद्धू ने अपने चिर-परीचित शायराना अंदाज में खान की तारीफ की। पंजाब की कांग्रेस सरकार में मंत्री, सिद्धू ने कहा, ‘‘नयी सरकार के साथ पाकिस्तान में नया सबेरा है जो देश की तकदीर बदल सकता है।’’ सिद्धू ने आशा जतायी कि खान की जीत पाकिस्तान-भारत शांति प्रक्रिया के लिए बेहतर साबित होगी। सिद्धू ने इमरान खान को दोस्ताना अंदाज में 'खान साहब' कहकर संबोधित किया। सिद्धू कहा, 'खान साहब ने कहा है कि आप एक कदम चलो तो मैं दो कदम चलूंगा। यहा बयान काफी महत्वपूर्ण है।' उन्होंने कहा कि अब यह हमारा दायित्व है कि हम अपनी सरकार से बातचीत कर उन्हें एक कदम चलने के लिए प्रेरित करें।
पाकिस्तान आधारित समूहों के 2016 में किये गये हमलों और पीओके में भारत के सर्जिकल स्ट्राइक के कारण दोनों देशों के बीच रिश्ते खराब हो गये थे। भारत के कथित जासूस कुलभूषण जाधव को पिछले साल अप्रैल में सैन्य अदालत द्वारा मौत की सजा सुनाये जाने के बाद संबंधों में और खटास आयी थी। सिद्धू वाघा सीमा के रास्ते कल लाहौर होते हुए इस्लामाबाद पहुंचे।
पूर्व क्रिकेटर ने कल कहा था कि पाकिस्तान के लोकतंत्र में चुनाव के बाद आये बदलाव का स्वागत करते हुए कहा कि इमरान को दोनों देशों के बीच अमन की बहाली की पहल करनी चाहिये। उन्होंने कहा कि वह भारत के सद्भावना दूत के रूप में मोहब्बत का पैगाम लेकर पाकिस्तान आये हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं यहां राजनेता के रूप में नहीं बल्कि दोस्त के रूप में आया हूं। मैं यहां अपने दोस्त (इमरान) की खुशी में शरीक होने आया हूं।’’ उन्होंने कहा ,‘‘हिन्दुस्तान जीवे, पाकिस्तान जीवे।’’
सिद्धू ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी दोनों देशों के बीच अमन की बात करते थे। उन्होंने कहा, ‘‘अगर पड़ोसी के घर में आग लगी हो तो आंच हम तक भी आयेगी।’’ यह पूछने पर कि पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट कप्तान के लिये वह क्या तोहफा लाये हैं, सिद्धू ने कहा,‘‘ मैं खान साहिब के लिये कश्मीरी शाल लाया हूं।’’ इमरान ने पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर और कपिल देव को भी शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया था लेकिन उन्होंने निजी कारणों से इनकार कर दिया ।