जयपुर: कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव अशोक गहलोत ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता में आने के लिए गांधी (महात्मा गांधी) और पटेल (सरदार वल्लभ भाई पटेल) को अपना लिया है तथा आने वाले समय में यह लोग पंडित जवाहरलाल नेहरू को भी अपनाएंगे। गहलोत ने दावा किया कि आगामी आम चुनाव के बाद नरेन्द्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे। साथ ही कहा कि देश के लोग उनके शासन से सहमे हुए हैं।
गहलोत ने आज अपने सरकारी आवास पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा पहले दलित और गांधी जी (महात्मा गांधी) के खिलाफ थी, अब उसे उपवास की याद आ रही है। मैं इनसे (भाजपा से) पूछना चाहता हूं कि क्या इन्होंने सौ साल में कभी उपवास रखा है। कांग्रेस का उपवास रखने का मकसद पूरा हो गया। 10 अप्रैल को भारत बंद के दौरान हिंसक वारदात नहीं हुईं।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि देशवासी सहमे हुए हैं। नरेन्द्र मोदी और वसुंधरा राजे ने झूठ बोल कर सत्ता हासिल की जिसका पर्दाफाश हो गया है। आने वाले समय में न तो नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे और न ही वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री। गहलोत ने कहा, ‘‘मैं आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत जी से पूछना चाहता हूं कि आरएसएस की हिन्दुत्व और सांस्कृतिक समरसता अब कहां चली गई, क्या अनुसूचित जाति, जनजाति के लोग हिन्दू नहीं है। दलितों को कौन लोग घोडी पर नहीं बैठने दे रहे हैं,अत्याचार कौन कर रहे हैं।’’ गहलोत ने कहा कि मैं फिर से दोहराना चाहता हूं कि आरएसएस और भाजपा को एक हो जाना चाहिए और जमकर राजनीति करनी चाहिए, देशवासी फिर खुल कर विचार करेगा कि उन्हें क्या करना है।
उन्होंने कहा कि देश में सामूहिक समरसता की जरूरत है तथा आम लोग शांति चाहते हैं। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे प्रदेश में जातिवाद को बढ़ावा दे रही हैं जातिवाद बढ़ेगा तो सामाजिक समरसता कहां रहेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और भाजपा नेताओं का विरोध लगातार बढता जा रहा है। मुख्यमंत्री को विरोध के चलते अपने दौरे स्थगित करने पड़ रहे हैं ऐसे में मुख्यमंत्री को प्रदेश्वासियों की भावना को समझते हुए त्यागपत्र देने के लिए आगे आना चाहिए वर्ना चुनाव में जो समय बचा है उसमें विरोध और बढ़ेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने राजस्थान में बिगड़ती कानून एवं व्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार की विफलता के कारण दो अप्रैल को भारत बंद के दौरान पुलिस और जिला प्रशासन की मौजूदगी में उत्तेजित भीड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भरोसी लाल जाटव के मकान को जला कर घर में रखा सामान लूट कर ले गए। उन्होंने कहा कि घटना के इतने दिन बाद भी जाटव सदमे के कारण बात करने की स्थिति में नहीं है।
गहलोत ने प्रदेश में पार्टी नेताओं में मतभेद की खबरों को खारिज करते हुए कहा, ‘‘यह मीडिया की उपज है। प्रदेश में सभी नेता एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि मैं राजस्थान से जुड़ा रहूंगा, समझदार को इशारा काफी है।’’ उन्होंने हंसते हुए कहा जो ना समझे वो अनाडी है।