नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 से 13 जुलाई को रूस समेत मध्य एशिया के 5 देश- कज़ागिस्तान, किर्गीज़स्तान, उज़्बेकिस्तान, ताज़िकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान की यात्रा पर रवाना होंगे। प्रधानमंत्री ब्रिक्स और शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की शिखर बैठक में हिस्सा लेंगे। यह पहला मौका है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री एक साथ इन देशों की यात्रा करने वाले हैं।
मोदी का कार्यक्रम :
नरेंद्र मोदी 6 जुलाई को भारत से उज्बेकिस्तान के लिए रवाना होंगे।
7 जुलाई को वह कजाकिस्तान पहुंचेंगे।
8 और 9 जुलाई को वह रूस के उफा में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
10 जुलाई को एससीओ की बैठक में हिस्सा लेने का कार्यक्रम है। उसी दिन वह तुर्कमेनिस्तान रवाना हो जाएंगे।
11 जुलाई को वह किर्गिस्तान पहुंचेंगे और अगले दिन ताजिकिस्तान जाएंगे।
13 जुलाई को नरेंद्र मोदी स्वदेश रवाना होंगे।
ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन में भारत अन्य देशों यानि ब्राजील, रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका में व्यापार की संभावना सहित आर्थिक क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर बातचीत करेगा। मध्य एशिया के देशों की यात्रा इस नजरिया से महत्वपूर्ण है कि वहां से भारत गैस पाने की संभावनायें तलाशेगा।
हो सकती है मोदी-शराफ की मुलाकात :
ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है कि इस दौरान वह पाक के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से भी मुलाकात कर सकते हैं। दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों फोन पर बातचीत से मुलाकात की उम्मीद बंधी है। नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों फोन कर शरीफ को रमजान की शुभकामनाएं दी थीं। इससे पहले मोदी की बांग्लादेश यात्रा के दौरान उनकी टिप्पणी से दोनों देशों में तनाव बढ़ गया था।