नयी दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनावों की घोषणा के बाद अपनी पहली मन की बात में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मतदाताओं को देश का भाग्यविधाता बताते हुए मताधिकार के प्रति जनजागरूकता का माहौल बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि देश के नौजवान अगर मतदाता सूची में पंजीकृत नहीं हुए हैं, तो उन्हें होना चाहिये और मतदान भी अवश्य करना चाहिये। और मैं तो चुनावों के दिनों में कहता रहा हूं कि पहले मतदान, फिर जलपान। इतना पवित्र काम है, हर किसी ने करना चाहिये।
आकाशवाणी से प्रसारित मन की बात कार्यक्रम में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, लोकतंत्र में हर मतदाता देश का भाग्यविधाता होता है और ये जागरूकता धीरे-धीरे बढ़ रही है। मतदान का परसेंटेज भी बढ़ रहा है। मैं इसके लिए भारत के चुनाव आयोग को विशेष रूप से बधाई देना चाहता हूं।
उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष पहले हम देखते थे कि हमारा चुनाव आयोग सिर्फ एक रेगुलेटर के रूप में काम करता था। लेकिन पिछले कुछ वर्षो से उसमें बहुत बड़ा बदलाव आया है। आज हमारा चुनाव आयोग महज़ रेगुलेटर नहीं रहा है, एक प्रकार से फैसिलिटेटर बन गया है, वोटर फ्रेंडली बन गया है और उसकी सारी सोच, सारी योजनाओं में मतदाता उसके केंद्र में रहता है। ये बहुत अच्छा बदलाव आया है।
मोदी ने कहा कि लेकिन केवल चुनाव आयोग काम करता रहे, इससे चलने वाला नहीं है। हमें भी स्कूल में, कॉलेज में, मोहल्ले में जागृति का माहौल बनाये रखना चाहिये। चुनाव आये, तभी जागृति हों, ऐसा नहीं हो।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मतदाता सूची अपग्रेड होती रहनी चाहिये, हमें भी देखते रहना चाहिये। हमें जो अमूल्य अधिकार मिले हैं, वह मेरा अधिकार सुरक्षित है कि नहीं। मैं अधिकार का उपयोग कर रहा हूं कि नहीं कर रहा हूं। ये आदत हम सबको बनानी चाहिये।