नई दिल्ली: मोदी मंत्रिमंडल में जल्दी ही फेरबदल हो सकता है। कई नए चेहरों को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। AIADMK और JDU से नए मंत्री बनाए जा सकते हैं लेकिन कैबिनेट फेरबदल से पहले ही मंत्री इस्तीफा देने में लगे हैं। गुरुवार को स्किल डेवलपमेंट मिनिस्टर राजीव प्रताप रूडी और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने इस्तीफा दे दिया। सुरेश प्रभु प्रधानमंत्री को पहले ही इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं। उम्मीद की जा रही है कि प्रधानमंत्री मोदी के तीन सितंबर को चीन दौरे पर जाने से पहले मंत्रिमंडल विस्तार कर लिया जायेगा। ये भी पढ़ें: बकरीद पर कुर्बानी के खिलाफ खड़ा हुआ मुस्लिम समाज, जानें क्या है पूरा मामला
केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान भी इस्तीफा दे सकते हैं तो केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने भी खराब सेहत का हवाला देकर इस्तीफे की पेशकश की है। सूत्रों के मुताबिक मोदी मंत्रिमंडल से और मंत्री इस्तीफा दे सकते हैं। वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र भी इस्तीफा दे सकते हैं। वहीं रक्षा मंत्रालय की अतिरिक्त जिम्मेदारी संभाल रहे वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी लंबे समय तक दोहरी ज़िम्मेदारी नहीं निभाने के संकेत दिया है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार सुबह पहले तो वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक की फिर प्रधानमंत्री मोदी से मिलने गए। इसके बाद से ही कैबिनेट विस्तार की खबरें आने लगी। AIADMK से थंबीदुर्रई और के वेणुगोपाल को मंत्री बनाए जाने की संभावना जतायी जा रही है। जानकारी के मुताबिक जेडीयू से सत्यपाल सिंह, आरसीपी सिंह, संतोष कुशवाहा, सुरेश अंगाड़ी, राकेश सिंह या प्रह्लाद पटेल में से किन्हीं दो सदस्यों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। मैत्रेयन और महेश गिरी को भी मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है।
जानकारी के मुताबिक मंत्रिमंडल से हटाये जाने वाले मंत्रियों को संगठन में नयी ज़िम्मेदारी दी जा सकती है। सुत्रों के मुताबिक केंद्रीय कैबिनेट की तरह भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पार्टी संगठन में भी बदलाव करने वाले हैं। गुरुवार को उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के तौर पर महेंद्र नाथ पांडे की नियुक्ति इसी दिशा में लिया गया अहम कदम माना जा रहा है। तीन सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स समिट में हिस्सा लेने चीन जाने वाले हैं। संभावना है कि उससे पहले मंत्रिमंडल विस्तार को अंतिम रुप दे दिया जायेगा।