मिर्जापुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पूर्ववर्ती सरकारों पर जनता की उपेक्षा करने और समय पर विकास परियोजनाओं को पूरा न करने का आरोप लगाते हुए पूर्ववर्ती सरकारों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा ‘‘आज किसानों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाने वालों से पूछा जाना चाहिए कि उन्होंने सिंचाई परियोजनाओं को पूरा क्यों नहीं किया। उनके कार्यकाल में ये परियोजनाएं देश भर में अधूरी रहीं।’’ मिर्जापुर में प्रधानमंत्री मोदी ने आज 40 साल पुरानी महत्वाकांक्षी बाणसागर परियोजना का लोकार्पण करने के साथ ही कई अन्य परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया। बाणसागर नहर परियोजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इससे क्षेत्र में कृषि को बहुत लाभ होगा। (मुंबई-विशाखापत्तनम एक्सप्रेस में महिला ने दिया जुड़वां बच्चों को जन्म )
प्रधानमंत्री ने कहा ‘‘ पूर्ववर्ती सरकारें अधूरी परियोजनाएं छोड़ती थीं। परेशान आपको (जनता को) होना पड़ा। अगर यह (बाणसागर) परियोजना समय पर पूरी हो जाती तो आपको इससे दो दशक पहले लाभ मिलने लगता। ’’ उन्होंने कहा कि तब इस परियोजना की लागत 300 करोड़ रूपये थी लेकिन आज लागत बढ़ कर करीब 3,500 करोड़ रूपये हो गई। सरकार के अनुसार , इस परियोजना से क्षेत्र में सिंचाई को बहुत फायदा होगा और खास तौर पर मिर्जापुर तथा इलाहाबाद जिले के किसानों को बहुत लाभ होगा। उत्तर प्रदेश सरकार की सराहना करते हुए मोदी ने कहा ‘‘ जब से योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में सरकार बनी है तब से पूर्वी क्षेत्र में संपूर्ण विकास के लिए पूरा ध्यान दिया जा रहा है। ’’ उन्होंने कहा कि भाजपा नीत राजग सरकार के सत्ता में आने के बाद पूर्वांचल में विकास कार्य को गति मिली है और हर कोई आज इसे देख सकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों की हालत सुधारने के लिए राजग सरकार अथक प्रयास कर रही है। उन्होंने खरीब की फसल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य में की गई हालिया वृद्धि और उर्वरकों की आसानी से उपलब्धता के लिए उठाए गए कदमों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वह दिन अब दूर नहीं जब किसानों को उनकी वर्तमान आमदनी से दोगुनी आय होगी। मोदी ने कहा ‘‘ हमारी सरकार ने एक नये भारत की कल्पना की है जहां बीमारों , गरीबों , बच्चों , युवाओं और किसानों की पूरी देखभाल की जाएगी। ’’ पूर्वी उत्तर प्रदेश के दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन आज मोदी मिर्जापुर आए। ओबीसी आबादी की बहुलता वाला मिर्जापुर भाजपा के सहयोगी अपना दल (एस) का गढ़ माना जाता है। प्रधानमंत्री के इस दौरे को राजग के दोनों सहयोगियों के बीच संबंधों की मजबूती के संकेत के तौर पर भी देखा जा रहा है।